नहीं थम रही अहिवारा कांग्रेस की गुटबाजी , अहिवारा कांग्रेस की नयी कार्यकारिणी लम्बे अंतराल के बाद हो सकी जारी….. कार्यकारिणी गठन होने के बाद उठने लगे विरोध के स्वर और बढ़ी गुटबाजी , वरिष्ठों को किया गया नज़रअंदाज़ … पढ़िए क्या है विरोध और किस लिए..।।

नहीं थम रही अहिवारा कांग्रेस की गुटबाजी , अहिवारा कांग्रेस की नयी कार्यकारिणी लम्बे अंतराल के बाद हो सकी जारी..... कार्यकारिणी गठन होने के बाद उठने लगे विरोध के स्वर और बढ़ी गुटबाजी , वरिष्ठों को किया गया नज़रअंदाज़ ... पढ़िए क्या है विरोध और किस लिए..।।
नहीं थम रही अहिवारा कांग्रेस की गुटबाजी , अहिवारा कांग्रेस की नयी कार्यकारिणी लम्बे अंतराल के बाद हो सकी जारी….. कार्यकारिणी गठन होने के बाद उठने लगे विरोध के स्वर और बढ़ी गुटबाजी , वरिष्ठों को किया गया नज़रअंदाज़ … पढ़िए क्या है विरोध और किस लिए..।।

अहिवारा- आखिरकार अहिवारा नगर कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष दुर्गा गजबे ने अपनी कार्यकारिणी का विस्तार कर दिया है।दुर्ग ग्रामीण जिला अध्यक्ष निर्मल कोसरे के अनुशंसा के बाद उन्होंने अपनी नयी कार्यकारिणी की सूची जारी की है। जिसमें पांच उपाध्यक्ष एक कोषाध्यक्ष सहित आधा दर्जन महामंत्री व अन्य जम्बो कार्यकारिणी शामिल है। दुर्गा गजबे ने विजय साहू को कोषाध्यक्ष पद पर ,उपाध्यक्ष पद में केशव महिलांगे, मनोज साहू ,महमूद खान, संतोष देवांगन, ऋषि यादव शामिल है। ऋषि यादव को मीडिया की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। इसी क्रम में महामंत्री पद पर पूर्व पार्षद धरमचंद बाफना , राजू यादव , शिवकुमार साहू , परविंदर सिंह , प्रदीप साहू , नितेश देवांगन , विजय बारले के नाम शामिल है । जिसमे राजू यादव को प्रवक्ता की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गयी है । सचिव पद पर लष्मी मन्ना, कुंती तिवारी, सह सचिव पद पर हेमलता साहू ,महेश्वरी साहू , महेंद्र सेन, संतोष चौहान को बनाया गया।। है विशेष आमंत्रित सदस्यों में ओनी महिलांग, कैलाश नाहटा ,अनिल श्रीवास्तव बलजीत सिंह, राजेंद्र सिंह, रामकृष्ण जी, परदेसी राम साहू, दिल हरण साहू ,झुमुक साहू, सहित कांग्रेस के सभी प्रकोष्ठ के नगर के अध्यक्ष को शामिल किया गया है । वही स्थायी आमंत्रित सदस्यों में मुख्यमंत्री, सहित जिले के सभी मंत्री,जिला अध्यक्ष् निर्मल कोसरे सहित सभी बड़े नेताओं सहित जनपद पंचायत धमधा के अध्यक्ष श्रीमती सरस्वती रात्रि एवं चुने हुए समस्त जनप्रतिनिधियों को स्थाई आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।

लम्बे समय के बाद हुई है कार्यकारिणी का गठन…

आपको बता दे नगर कांग्रेस कमेटी की कारकारिणी का गठन करने में काफी लम्बा समय लग गया , हालाँकि नयी कांग्रेस अध्यक्ष दुर्गा गजबे लम्बे समय से कांग्रेस के हर कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति दर्ज कराती है। वही क्षेत्रीय विधायक मंत्री गुरु रूद्र कुमार के हर कार्यक्रम काफी एक्टिव रहती है तभी उनके कार्यप्रणाली को देखते हुए और अहिवारा में फिर से कांग्रेस को खड़ा करने के लिए जिले के बड़े नेताओ ने दुर्गा गजबे पर विश्वास जताया है।

दुर्गा गजबे के लिए अहिवारा कांग्रेस की गुटबाजी को मैनेज करने में काफी समय लगा जिस कारण से कार्यकारिणी का विस्तार नहीं हो पा रहा था। क्योंकि अहिवारा कांग्रेस 4 से 5 गुटों में बटा हुआ है। जिसमे सबको मैनेज करना और खुश करना संभव नहीं था साथ ही उनके लिए बड़ा चैलेंज ये भी था की कांग्रेस को नए सिरे से खड़े करे ताकि गुटबाजी में रहने वालो नेताओ को साइड किया जा सके और काम करने वालो को ही पार्टी की जवाबदारी दी जा सके।

नहीं चला था मंत्री रूद्र कुमार का जलवा , अहिवारा कांग्रेस का रिकॉर्ड रहा है गुटबाजी के कारण हमेशा रही पीछे……

आपको बता दे राज्य में कांग्रेस की सरकार है और अहिवारा विधानसभा क्षेत्र के विधायक कांग्रेस से है और उन्हें कैबिनेट मंत्री की ज़िम्मेदारी भी दी गयी है। उसके बाद भी मंत्री नगर में कांग्रेस को मजबूत नहीं कर पाए और न उनका ज़ोर चला जिस कारण से नगर पालिका चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। उनके मात्र गिनती के ही पार्षद जित कर आये थे। और तो और पालिका चुनाव में मंत्री व् कांग्रेस नेता अपने ही पार्षदो को नहीं सम्हाल पाए थे जिस कारण से कांग्रेस पार्षदों ने बेखौफ होकर पार्टी के विरुद्ध कांग्रेस प्र्तयशी के लिए क्रॉस वोटिंग भी की थी।

अहिवारा कांग्रेस में शुरू से ही काम करने वाले नेताओ और कार्यकर्ताओ को नज़रअंदाज़ किया है। हांलाकि पार्टी के लिए काम करने वाले कांग्रेस कारकार्ताओ का शुरू से ही पार्टी के ही गुटबाजी करने में निपुण नेता विरोध करते आये है।

अध्यक्ष दुर्गा गजबे ने जोड़ तोड़ और ऊपर के नेतृत्व के मंजूरी के बाद नयी कार्यकारिणी की घोसणा कर दी है और पार्टी का विस्तार भी कर दिया है । जिसके बाद से उनका विरोध भी शुरू हो गया है। इस विरोध के बाद नगर में चर्चा है की कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कब तक अपना दबदबा कायम रखती है और पार्टी को नए शिरे से कैसे खड़ा करती है यह देखने वाली बात है , क्योंकि इसके पहले जो अध्यक्ष रहे है वो या तो साइलेंट मोड में रहते थे या डमी तौर पर या ये कहा जाये चेहरा उनका होता था और उनके चलाने वाला कोई और ही होता था।

विधायक प्रतिनिधि बलजीत सिंह के गुट से उठे विरोध के स्वर

अहिवारा विधायक के प्रतिनिधि बलजीत सिंह और उनके गुट के सदस्यों द्वारा नयी कारकारिणी का विरोध किया जा रहा है विरोध भी ऐसा की पार्टी की अंदरूनी कलह को सोशल मीडिया के माध्यम से सभी जगह शेयर करके खुले तौर पर विरोध जताया जा रहा है। बलजीत सिंह द्वारा पुराने कुछ वरिष्ठ कोंग्रेसियो को नज़रअंदाज़ करने की बात कही है साथ ही उन्होंने जो नाम छूटे है उनमे से कुछ को नगर में अपने प्रयास से नाम जोड़ कर पद दिलाने की भी बात कही है।

वही उनके ही गुट से अभी अभी कांग्रेस में एक्टिव दिखने वाले सेंटी दास ने नगर कांग्रेस पर आरोप लगाया की बिना मीटिंग रखे कैसे कार्यकारिणी घोषित हो गयी। उन्होंने एक ग्रुप में मेसेज के माध्यम से जिला अध्यक्ष से पूछने को कहा है की अहिवारा में मीटिंग कब करवा रहे है और साथ ही महमूद खान की नियुक्ति पर बोले की पिछले चुनाव में उन्होंने किसके लिए काम किया है सभी को पता है। इसके साथ ही उनके अपने निजी व्यवसाय एवं ठेकेदारी के कार्य के लिए भी उन पर तंज कसे।

मुझे पद का कोई लालच नहीं मैं सदैव कांग्रेस के लिए समर्पित, किसी और के लिए काम करता तो पार्टी मुझे नोटिस देती – महमूद खान

वही आपको बता दे महमूद खान अहिवारा कांग्रेस के सीनियर नेता है पूर्व में भी वह संगठन में कई पदों पर रह चुके है। इस तरह के विवादित सवाल आने पर उन्होंने कहा है की जो पार्टी के लिए काम करता है उनका किसी न किसी प्रकार से विरोध कर उसे साइड किया जाता रहा है। वही उन्होंने जवाब में कहा की मेरा कार्य जो है ठेकेदारी और वेल्डिंग का जिसकी प्रदेश में चाहे जिसकी भी सरकार रही हो चाहे बीजेपी हो या कांग्रेस मै वही कार्य कर रहा और मेरा कार्य और इस कार्य से घर चलाना मेरा निजी मामला है। वही उन्होंने कुछ तंज कसते हुए आगे कहा अगर मैं खदान से मुरूम चोरी करता या किसी , पत्रिका हाकर , या राजनितिक रसूख का फायदा उठाकर लोगों से अवैध वसूली करता तो मैं गलत होता ठेकेदारी करना कोई अपराधिक या पार्टी के विरुद्ध कार्य करने वाली गतिविधियों में नहीं आता दूसरी बात नगर पालिका चुनाव में मैंने किस का साथ दिया किस को हराया कांग्रेस पार्टी के विरुद्ध काम किया तो पार्टी मुझे नोटिस जारी करती और पार्टी से हटा देती पर ऐसा मेरे साथ ऐसा नहीं हुआ। और पहली बात इसके पहले पार्टी ने किसे हटाया था और किसने 2 से 3 बार बगावत कर चुनाव लड़ा सब जानते है। दूसरी बात कौन पूर्व के बीजेपी अध्यक्ष के आगे पीछे रहता था सभी को पता है। तीसरी बात हमें पद का कोई लालच नहीं , नगर कांग्रेस अध्यक्ष कुछ लगा की कांग्रेस का कर्मठ कार्यकर्ता है। इस लिए उन्होंने नियुक्त किया है , हम मेहनत की रोटी खाने वाले इंसान हैं पद दिया गया यह पार्टी की सोच है ।

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