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दुर्ग/अहिवारा – अहिवारा के बानबरद की रहने वाली बच्ची संध्या सूर्यवंशी ने कम समय मे कोरोना संक्रमण से जंग जीत गयी। आपको बता दे बच्ची का ऑक्सीजन लेवल 16 मई को 55 % के बीच था। साथ ही नन्ही बच्ची सर्दी,खांसी,बुखार और दस्त से पीड़ित थी। बच्ची को बेहद गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल दुर्ग में भर्ती कराया गया। घटते ऑक्सीजन सेचुरेशन और सर्दी,खांसी,बुखार व दस्त पीड़ित नन्हीं बच्ची संध्या सूर्यवंशी का एंटीजन टेस्ट किया गया जो पॉजिटिव निकला था। जिला अस्पताल में भर्ती होने के बाद उसका इलाज सिविल सर्जन डॉ. बालकिशोर के मार्गदर्शन में चाइल्ड केयर यूनिट में चला,5 दिनों के इलाज मे बच्ची के स्वास्थ्य में बेहतर सुधार हुआ और 20 मई को संध्या कोरोना को मात देकर मात्र 5 दिन में ही अपने माता-पिता के साथ वापस घर लौट गई। घर लौटने के बाद बच्ची के पिता ने जिला चिकित्सालय टीम का आभार जताया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की कोविड पॉजिटिव बच्चों का बेहतर इलाज दुर्ग के जिला अस्पताल लगातार जारी है। इसके पहले भी कई कोरोना पॉजिटिव बच्चों का बेहतर इलाज किया जा चुका है। अस्पताल में बच्चों के लिए अलग से यूनिट बनाकर बेड लगाए गए हैं। जहाँ छोटे बच्चों के साथ उनके परिजनो की सुरक्षा को भी ध्यान में रखा जाता है। जो कोविड नियमों का पालन कर बच्चे की हर स्थिति पर नज़र रखे रहते हैं। जब संध्या सूर्यवंशी को अस्पताल में भर्ती किया गया था,तब उसकी स्थिति गंभीर थी जिसे देखते हुए शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. हेमंत साहू,डॉ सीमा जैन व सहयोगी चिकित्सक डॉ.राहुल जांगड़े व डॉ.जयंत चंद्राकर ने ट्रीटमेंट के लिए विशेष प्लानिंग की जहा नर्सिंग सिस्टर सुप्रिया,स्टाफ नर्स गीता साव,प्रेमलता बंजारे,प्रेमलतावैद्य,कु.मंजुषा व नसरीन बेगम ने बच्ची का विशेष रूप से ख्याल रखा।
जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ.पी.बालकिशोर ने बताया कि
कोविड पॉजिटिव नन्हीं बच्ची संध्या को दो दिन से सर्दी,खांसी
,बुखार व दस्त की शिकायत थी। जो कि सुस्त व गंभीर अवस्था में यहाँ अस्पताल पहुंची थी। जिला अस्पताल के चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ ने बच्ची का बेहतर देखभाल किया।यहीं वजह है कि बच्ची को गुरुवार को डिस्चार्ज किया गया।