छत्तीसगढ़ – जांजगीर जिले के पिहरीद गांव में बोरवेल में फंसे 10 साल के राहुल को 61 घंटे से ज्यादा समय हो गया है । उसके बाद भी राहुल बाहर निकालने में कामयाबी नहीं मिली है । रविवार को बोर में रोबोट उतारा गया था । इसके बाद टेट्रा स्ट्रक्चर बनाकर बोर में उतारा गया , लेकिन रोबोट बच्चे को पकड़ने में कामयाब नहीं हो पाया । बच्चे के सोने की वजह से आगे का रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया । सोमवार की सुबह 5 बजे करीब उसे केला और फ्रूटी दी गई । जिस जगह पर बोरवेल है उसके बगल में रविवार की शाम 60 फीट के आस पास गहरा गड्ढा खोद गया । वहां से राहुल 8 से 9 मीटर दूर है । और राहुल तक पहुंचने के लिए सुरंग की खुदाई भी शुरू हो गई , लेकिन बीच में बड़ी पत्थर की चट्टान आ गई है । जिस कारण से बताया जा रहा है कि अभी भी 10 फीट टनल खोदने का काम बाकी है । और इस काम मे कम से कम 5 घंटे से ज्यादा का वक्त लग सकता है ।
चट्टान के कारण समय लग रहा , बड़ी मशीनों का उपयोग नही कर सकते
राहुल को निकालने के लिए रेस्क्यू टीम कंपन के कारण बड़ी ड्रिल मशीन से खुदाई नहीं कर सकते , कंपन का खतरा बना हुआ है और बीच में बड़ा चट्टान आ जाने की वजह से रेस्क्यू टीम को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा रहा है । बड़ी ड्रिल मशीन का उपयोग भी नहीं किया जा रहा , क्योंकि इससे आसपास जमीन कंपन होने की संभावना है जिससे बच्चे के मिट्टी के भसकने के कारण दब जाने का खतरा बना हुआ है । जिससे राहुल को परेशानी हो सकती है । बाकी का काम छोटी ड्रिल मशीन और हाथ के खुदाई के जरिए ही किया जा रहा है । रात के वक्त राहुल सो गया था । उसका कुछ मूवमेंट समझ नहीं आ रहा था । इस बीच सुबह करीब 5 बजे जब उसने मूवमेंट किया तो उसे खाने के लिए फ्रूटी और केले दिए गए । कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला कैमरे से खुद बच्चे की निगरानी कर रहे हैं । देर रात तक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी कलेक्टर से बातचीत करते रहे ।