देश/विदेश – डॉलर के मुकाबले रुपये मे भारी गिरावट देखने को मिली है , इस बार रुपया एक डॉलर के मुकाबले 78 रुपये के नीचे जा फिसला है. रुपये की कीमत 43 पैसे गिरकर 78.28 रुपये हो गई है , माना जाए तो विदेशी निवेशकों की बिकवाली और अमेरिका में महंगाई दर के आँकड़ों के में बढ़ोतरी के चलते एक डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर आ पहुंचा है ।
डॉलर के आगे रुपया पड़ा पस्त
इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और शेयर मार्केट में विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के चलते रुपये में भारी गिरावट देखने को मिल रही है , इसकी एक वजह रूस और यूक्रेन के बीच होने वाली वार है जिसके बाद से रुपया लगातार डॉलर के मुकाबले गिरता जा रहा है. विदेशी निवेशक वैश्विक अस्थिरता के चलते अपने निवेश को वापस निकाल रहे है जिसके चलते भी डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के अपने सबसे निचले स्तर 78.26 रुपये पर जा लुढ़का है , 23 फरवरी, 2022 को रूस और यूक्रेन वॉर शुरू होने से पहले रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले 74.62 थी जो गिरकर 10 जून, 2022 को 77.82 रुपये पर पहुंच गया।
महंगाई बढ़ने के आसार।
रुपये के गिरने के कारण विदेश से आने वाली वस्तुओं का आयात शुल्क बढ़ जाता है , जिसमे ज्यादा प्रभाव कच्चे तेल की कीमतों पर भी पड़ता है इसमें बढ़ोतरी के कारण अन्य चीजों की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है जो मिडिल क्लास को प्रभावित करती है।