छत्तीसगढ़- प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के विधायक दल की बैठक में विधायकों ने मंत्री टीएस सिंहदेव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। दरअसल सिंहदेव के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से इस्तीफे के तरीके पर विधायक दल ने सवाल खड़ा किया है। इसे पार्टी की गाइडलाइंस के तहत अनुशासनहीनता कहा है।
कांग्रेस के सीनियर नेता व कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने रविवार को कहा कि सभी विधायक उनके इस्तीफे से आहत हुए हैं। आपको बता दे कि रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में राष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग की प्रक्रिया के साथ कांग्रेस विधायक दल की बैठक करीब दो घंटे चली थी। इस बैठक के बाद ही पत्रकारों से बातचीत में मंत्री चौबे ने कहा कि अधिकांश विधायकों ने सिंहदेव के त्यागपत्र पर सवाल खड़ा किया है।
सभी विधायकों ने प्रभारी पीएल पुनिया के सामने रखी अपनी बात
मंत्री रविन्द्र चौबे ने कहा, ” माननीय महाराज साहब (टीएस सिंहदेव) जी ने जिस तरीके से त्याग पत्र लिखा है , उसे लेकर कांग्रेस के हमारे अधिकांश विधायकों ने उस पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। त्याग पत्र में उन्होंने विभाग छोड़ने की जो बात कही है तथा उसमें उन्होंने जिन बिंदुओं का उल्लेख करा है। उससे पार्टी के अधिकांश विधायक खुद को आहत महसूस कर रहे हैं।
मंत्री चौबे ने आगे बताया कि कांग्रेस के विधायकों ने पार्टी के राज्य प्रभारी पीएल पुनिया के सामने अपनी बात रखी है। वह आलाकमान के प्रतिनिधि हैं, और वह इस विषय पर हाईकमान में अपनी बात रखेंगे और मैं समझता हूं कि इसका कोई सम्मानजनक हल निकलेगा। चौबे ने बताया कि बैठक में सोमवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए होने वाले मतदान पर भी विधायकों से चर्चा करि गयी।
विधायक दल की बैठक में मौजूद नहीं थे सिंहदेव
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता टीएस सिंहदेव ने शनिवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से अपना इस्तीफा दे दिया था। मंत्री सिंहदेव के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक बुलाई , जिसमें सिंहदेव अनुपस्थित थे। वही बताया गया कि 7.30 बजे के बाद पार्टी के विधायक दल की बैठक शुरू हुई और दो घंटे से अधिक समय तक यह बैठक चली। बैठक में कांग्रेस के 71 विधायकों में से 64 विधायक पहुंचे थे जिनमें मंत्रिमंडल के सदस्य भी शामिल हैं। वही सिंहदेव की बैठक में अनुपस्थित होने के कई कयास लगाये जा रहे है।