छत्तीसगढ़- राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के बाद छत्तीसगढ़ की सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस में क्रॉस वोटिंग को लेकर हलचल शुरू हो गए है। दरअसल राष्ट्रपति प्रत्याशी के लिए जब NDA ने द्रौपदी मुर्मू के नाम की घोषणा करि थी। तब कांग्रेस के तमाम विधायकों और सांसदों ने कहा था कि उनका समर्थन संयुक्त रूप से विपक्ष के प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को ही जाएगा।
राष्ट्रपति चुनाव के दरमियान उसके उम्मीदवार यशवंत सिन्हा जब विधायकों को समर्थन मांगने के लिए छत्तीसगढ़ आए थे , तब छत्तीसगढ़ कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं ने जोर-शोर से उनका स्वागत किया था और चुनाव में उन्हें ही वोट देने को आश्वस्त किया था। वही राष्ट्रपति चुनाव से पहले रायपुर मुख्यमंत्री निवास में विधायक दल की बैठक में डेमो वोटिंग भी कराया गया था।
लेकिन राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आने के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस में काफी हलचल मच गई है। जी हां, छत्तीसगढ़ में फिलहाल ये साफ हो गया है कि दो वोटों से क्रास वोटिंग हुई है।
मुर्मू को भाजपा विधायको की संख्या से 2 वोट ज्यादा मिले
छत्तीसगढ़ में NDA की राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को भाजपा के विधायकों की जितनी संख्या है उस से दो वोट ज्यादा उन्हें मिले हैं। आपको बता दे कि छत्तीसगढ़ में 90 विधायक हैं और राष्ट्रपति चुनाव में सभी ने अपने वोट का उपयोग किया।
जानकारी अनुसार इनमें से द्रौपदी मुर्मू को 21 मत प्राप्त हुए हैं, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 69 वोट मिले हैं। अगर देखा जाए तो छत्तीसगढ़ में कांग्रेस विधायकों की संख्या 71 है। और भाजपा के विधायकों की संख्या 14 है। तो वही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसीजे) के 3 और बहुजन समाज पार्टी के 2 विधायक हैं। इस तरह से टोटल 90 विधायक विधानसभा में है। जोगी कांग्रेस (जेसीसीजे) और बसपा ने पहले ही द्रौपदी मुर्मू को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया था।इस तरह से मतों की गिनती से स्पष्ट है कि कांग्रेस के दो विधायकों ने क्रॉस वोट कर द्रौपदी मुर्मू को वोट दिया है।
विधिवत जानकारी लेने के बाद सोचेंगे , आगे क्या करना है : मोहन मरकाम
राष्ट्रपति चुनाव में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के दो विधायकों की क्रॉस वोटिंग करने पर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने मीडिया से कहा है कि उन्हें तो क्रॉस वोटिंग की जानकारी अभी मीडिया से मिली है। और अभी इस बारे में विधिवत पूरी जानकारी ली जाएगी।इसके बाद ही सोचेंगे कि आगे क्या करना है।
आपको बता दे कि राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जब वोटिंग हो रही थी तो कुछ आदिवासी विधायकों ने कहा था कि उन्होंने अपनी अंतरआत्मा की आवाज सुनी है और इसी के आधार पर उन्होंने वोटिंग की है। अब ऐसे में यह देखना रोचक होगा कि किन दो विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। साथ ही इंतजार रहेगा कि कांग्रेस पार्टी उन पर क्या कार्रवाई करती है।