छत्तीसगढ़- प्रदेश में शराब बंदी करने की घोषणा करने के बाद सत्ता में आई कांग्रेस सरकार छत्तीसगढ़ में शराब बंदी करेगी या या नहीं, ये तो नहीं पता, पर शराब के चलते प्रदेश के सरकारी स्कूल जरूर स्तरहीन होते जा रहे हैं।
अभी तक वायरल खबरें और वीडियो में स्कूल के मास्टर द्वारा शराब पीकर स्कूल पहुंचने की खबर आती थीं, लेकिन जशपुर में एक मास्टरनी जी नशे में स्कूल की कक्षा में धुत मिलीं हैं। मैडम लड़खड़ाते हुए स्कूल पहुंची थी। लेकिन मास्टरनी इस कदर नशे में थीं कि क्लास रूम में जाते ही फर्श पर औंधे मुंह गिर पड़ीं। और इसी दौरान BEO स्कूल निरीक्षण के लिए पहुंच गए। जिसके बाद इस मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई है।
दरअसल, मामला जशपुर शहर से सटे प्राथमिक शाला टिकैतगंज का है। यहां गुरुवार 21 जुलाई के दिन BEO एमजेडयू सिद्दिकी शाला निरीक्षण के लिए पहुंचे थे। जब BEO निरीक्षण के दौरान क्लास में घुसे तो देखा कि महिला टीचर जगपति भगत कुर्सी पर सो रही हैं। इस पर BEO ने उनको आवाज लगाई और जगाने का भी प्रयास किया, पर नशे मस्त मैडम पर कोई असर ही नहीं हुआ। इस पर कक्षा के बच्चों ने बताया कि उनकी मैडम तो नशे में लड़खड़ाते हुए क्लास में आई थीं और क्लास रूम में यही गिरकर बेहोश हो गईं थी। कुछ देर पहले ही उन्हें बच्चो द्वारा उठाकर कुर्सी पर बिठाया गया है।
BEO ने सिपाहियों के साथ भेजा मेडिकल कराने
इसके बाद BEO ने एडिशनल एसपी प्रतिभा पांडेय को कॉल किया और उनसे सारी बात बताई और कहा कि उन्हें महिला कांस्टेबल की जरूरत है। महिला टीचर का मेडिकल कराना है। इस पर एडिशनल SP पांडेय ने दो महिला कांस्टेबल स्कूल में भेज दिए। जिसके बाद महिला कांस्टेबल के द्वारा वहां से टीचर जगपति को पुलिस वाहन में बैठाकर जिला अस्पताल ले जाया गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने जांच की तो टीचर जगपति भगत के शरीर में एल्कोहल की पुष्टि हो गई। इसके बाद अधिकारी की ओर से महिला टीचर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। वही जानकारी मिली है कि महिला शिक्षक के पति भी शिक्षक हैं।
बच्चो के अभिभावकों ने बताया घूम कर बस्ती पहुँच जाती थी शराब पीने
स्कूल में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावकों ने जानकारी दी कि टीचर जगपति द्वारा शराब पीकर के नशे में स्कूल पहुंचने की समस्या लंबे अंतराल से है। सामान्य दिनों में भी वह बस्ती क्षेत्र में घूम-घूमकर यहां-वहां शराब पीने पहुंच जाया करती थी।
अब तक उसके विरूद्ध काेई उचित कार्रवाई नहीं हुई थी। स्कूल समिति की ओर से भी कई बार शिक्षिका को आदत में सुधार लाने की हिदायत दी गई थी। स्कूल की प्रधान पाठक आरती भगत का कहना है कि उसने हमेशा ही टीचर को हिदायत दिया करती थीं, लेकिन उनकी बात का भी उस पर कोई असर नहीं हुआ।
डेढ़ माह में 5 शिक्षक हो चुके हैं निलंबित
आपको बता दे कि शिक्षा विभाग द्वारा लापरवाह और शराबी शिक्षकों पर लगातार कार्रवाई करि जा रही है। इस वर्तमान शैक्षणिक सत्र में 16 जून से अब तक इस जिले में 5 शिक्षकों को निलंबित किया जा चुका है। जिसमे से 5 में से 3 शिक्षकों को स्कूल में शराब पीकर पहुंचने की वजह से निलंबित किया गया है। वहीं एक शिक्षक पर अनुपस्थित रहने और एक के ऊपर आपराधिक प्रकरण दर्ज होने के मामले में कार्रवाई करि गयी है।