दुर्ग- भिलाई के रस्तोगी कॉलेज छात्रावास में मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की संयुक्त टीम कलेक्टर दुर्ग के निर्देश पर जांच के लिए पहुंची थी। इस जांच में संयुक्त जांच टीम ने प्रशिक्षु छात्रा की मौत के लिए रस्तोगी कॉलेज प्रबंधन को दोषी ठहराया है। बताया गया कि बार-बार प्रशिक्षु छात्राओं की शिकायत के बाद भी व्यवस्था में सुधार नहीं करना रस्तोगी कॉलेज प्रबंधन की अव्यवस्था एवं लापरवाही को प्रदर्शित करता है।
छात्राओं ने कई बार खाने की शिकायत करी पर प्रबंधन ने किया नजरअंदाज
इस संबंध में बुधवार के दिन दुर्ग के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि रस्तोगी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ इस पूरे मामले में थाना सुपेला में गैर इरादतन हत्या का अपराध पंजीबद्ध करा गया है। रस्तोगी कॉलेज, भिलाई में दीनदयाल उपाध्याय कौशल विकास योजना के आवासीय छात्राओं के उल्टी-दस्त होने की जानकारी हाईटेक अस्पताल, भिलाई द्वारा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, दुर्ग को सूचना दी गयी ।
जिसके बाद कलेक्टर दुर्ग के निर्देशानुसार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से जांच टीम में डॉ. जेपी मेश्राम, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. सीबीएस बंजारे, जिला सर्वेलेंस अधिकारी, आईडीएसपी, डॉ. मनोज दानी, एमडी. मेडिसिन स्पेशलिस्ट, जिला चिकित्सालय, दुर्ग, रितीका सोनवानी, जिला एपिडेमोलॉजिस्ट, दुर्ग एवं भिलाई रेपिड रिस्पांस टीम (कॉम्बेट टीम ) तुषार वर्मा, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक भिलाई एवं उनके टीम के द्वारा संयुक्त रूप से जांच में हाईटेक अस्पताल में भर्ती 39 छात्राओं को उल्टी-दस्त से संक्रमित पाया गया एवं वर्तमान में सभी विद्यार्थी भर्ती है तथा उपचार चल रहा है एवं हॉस्टल में निवासरत छात्राओं से चर्चा के दौरान पता चला कि मेस में दिए जाने वाले खाने की गुणवत्ता अच्छी नहीं है।
पुराने वाटर कूलर का पानी पी रहे थे छात्र, फिल्टर नही बदला गया
आपको बता दे कि परिसर में पुराने वाटर कुलर से पानी पीने हेतु उपयोग किया जाता था। किंतु आर-ओ को नहीं बदला गया था। छात्राओं में उल्टी दस्त के घटना घटित होने के उपरांत वाटर कूलर में नए आर-ओ फिल्टर लगाये गये। नगर निगम भिलाई के जल विभाग के सहायक अभियंता बृजेश श्रीवास्तव एवं आलोक पसीने नेहरू नगर जोन के अभियंता तथा स्वास्थ्य अधिकारी धर्मेन्द्र मिश्रा की संयुक्त टीम द्वारा एवं प्रमोद बल्लेवार संचालक नर्सिंग कॉलेज की उपस्थिति में जल विभाग के केमिस्ट आलोक मिश्रा द्वारा वेद हॉस्टल स्मृति नगर के सभी जोन स्रोतों के जल को संग्रहित कर उसका सैम्पल जांच हेतु लिया गया है। संयुक्त दल द्वारा हॉस्टल के वार्डन कु. रूखमणी यादव से भी जानकारी ली गयी है।
यहां पर रहने वाले बच्चों के भोजन, नाश्ता की व्यवस्था के बारे में बताया गया कि मॉडल टाउन स्थित मेस से भोजन तैयार होकर इस हॉस्टल के साथ अन्य और 6 हॉस्टलों में निवासरत प्रशिक्षकों को तैयार भोजन भेजा जाता है। यह भी बताया गया कि परंतु वर्तमान में हाईटेक अस्पताल में भर्ती छात्र केवल वेद हॉस्टल स्मृति नगर के ही 55 प्रशिक्षु संक्रमित पाये गये है। जिसमें से 04 डिस्चार्ज हो गये एवं 51 मरीज सुरक्षित है तथा 01 बालोद निवासी कामिनी 19 वर्षीय युवती की मृत्यु हो गयी है। जो कि उस प्रशिक्षु को पेटदर्द होने के उपरांत 29 जुलाई को उसके माता-पिता बालोद जिले के अपने गांव में ले गये एवं दिनांक 31 जुलाई को जानकारी मिली कि उसकी मृत्यु हो गयी है। जिस छात्रा की मौत हुई है वह हाईटेक अस्पताल में भर्ती नहीं थी। वही परिजनों से दूरभाष पर संपर्क में बताया गया कि मृतका छात्रा का पोस्टमार्टम नहीं हुआ है।
प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज
दुर्ग पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने इस मामले में कहा कि रस्तोगी कॉलेज प्रबंधन प्रशिक्षु कामिनी चुरेंद्र की मौत के लिए जिम्मेदार है। इसलिए रस्तोगी कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ अपराध क्रमांक 718 / 22 धारा 269, 270, 337, 304 ए गैर इरादतन हत्या के तहत सुपेला थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया है।