छत्तीसगढ़- प्रदेश की राजनीति कुछ समय से गरमाने लगी है। भाजपा भूपेश सरकार को हर तरफ से घेरने की कोशिश कर रही है। तो भाजपा के बड़े नेता हर मौको पर छत्तीसगढ़ सरकार पर तंज कसने में कमी नही करती है। अब प्रदेश नींबू-मिर्ची के टोटके की एंट्री हुई है। दरअसल प्रदेश में बढ़ रहे अपराध को लेकर भाजपा नेताओं ने कहा कि हर थाने में नींबू-मिर्ची टांग देना चाहिए। नेताओ ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की पुलिस से अपराध रुक नहीं रहा है, तो कम से कम इस टोटके से ही अपराध में कुछ कमी आ जाए।
भाजपा के नेताओं का यह बयान उस दरमियान आया है, जब छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने पुलिस विभाग की समीक्षा बैठक में जुआ, सट्टा और अवैध काम करने वाले लोगो की सूची सार्वजनिक कर दी थी। वही मंत्री साहू ने सभी थानेदारों को कमजोर पुलिसिंग के लिए फटकार भी लगाई है।
वही इसके बाद राजधानी रायपुर में एक दिन पहले ही गांजा तस्करी करने वाले तस्करों की गाड़ी से अवैध हथियार बरामद हो गया। जिसके बाद भाजपा नेताओं ने तंज कसा है, हालांकि भाजपा के तंज कसने पर कांग्रेस के नेताओ ने भी उन पर पलटवार किया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि “भाजपा नेताओं को अपने घर के सामने नींबू-मिर्ची टांगना चाहिए, जिससे उनका पद बचा रह सके”।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा नींबू मिर्च बांधने
छत्तीसगढ़ के पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि “प्रदेश का कोई एक थाना ऐसा नहीं होगा, जहां प्रतिदिन अपराध दर्ज नहीं होता होगा। इन थानों का ग्रह-दोष बिगड़ चुका है, इसलिए अपराध के नियंत्रण के लिए नींबू-मिर्च बांधने की जरूरत है।” साथ ही इसे लेकर प्रदेश सरकार को एक अभियान चलाना चाहिए , आगे कौशिक ने कहा कि यह दुखद बात है कि प्रदेश के गृहमंत्री को ही पुलिस अधिकारियों को कार्रवाई करने के लिए सट्टेबाज और जुआ खिलाने वालों की सूची देनी पड़ रही है। प्रदेश में जिस तरह से अपराध घटित हो रहे हैं, उस पर अंकुश लगाने को लेकर जरा भी संवेदनशीलता नहीं दिखती।
कांग्रेस ने कहा भाजपा शासन में अपराध ही दर्ज नही होते थे
पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के आरोप पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने भी पलटवार करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के 15 साल के शासन में अपराध तक दर्ज नहीं होता था। अपराध के बाद थानों में एफआइआर दर्ज नहीं होना ज्यादा चिंताजनक था। उस समय अपराधी बेलगाम थे। कौशिक क्या चाहते हैं कि अपराधियों के खिलाफ एफआइआर दर्ज नहीं हो। नींबू-मिर्ची इतनी प्रभावशाली थी, तो कौशिक को अपने घर में टांग लेना था। भाजपा ने असमय उनको नेता प्रतिपक्ष पद से हटाया। नींबू-मिर्ची लगाकर वह बच सकते थे।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर नशा रोकने बनी कमेटी, अब तक कोई करवाई नही
आपको बता दे कि प्रदेश मे बढ़ रहे नशे के केस को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर नशा के कारिडोर के नेटवर्क को तोड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों की एक विशेष टीम बनी थी। यह टीम पड़ोसी राज्य ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से अवैध शराब और गांजा की तस्करी को रोकने के लिए बनाई गे थी, लेकिन प्रदेश में अब तक टीम द्वारा एक भी कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है।