छत्तीसगढ़- प्रदेश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमित मरीजों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
वहीं दुर्ग जिले में एक संक्रमित की मौत हुई है। रायपुर जिले में कोरोना के सर्वाधिक 224 मरीज मिलने से हड़कंप मच गया।दरअसल, करीब पांच महीने बाद रायपुर में दो सौ से अधिक मरीज मिले हैं।
रायपुर और भिलाई में मिले संदिग्ध
कोरोना मरीजो की चिंता से जूझ रहे स्वास्थ्य विभाग की चिंता उस वक्त और बढ़ गई जब प्रदेश में मंकीपाक्स के दो संदिग्ध मिले हैं। इसमें एक मरीज भिलाई और दूसरा रायपुर का है बताया जा रहा है।
खबरों के अनुसार इन दोनों मरीज में मंकीपाक्स के लक्षण पाए गए हैं। हालांकि लक्षणों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सैंपल जीनोम जांच के लिए भेजा है।
आपको बता दे कि मंकिपॉक्स का 1 संदिग्ध भिलाई के चौहान टाउन ग्रीन वैली में मिला है। मंकीपाक्स का संदिग्ध बीते 21 जुलाई को ओमान से रायपुर लौटा था।
रायपुर के जैतू साव मठ की संस्कृत पाठशाला में अध्ययनरत बच्चे में मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आने के बाद निगम ने मंदिर के बाहर दवाई का छिड़काव कराया है। अगले 1 हफ्ते के लिए मंदिर को सील कर दिया गया है। मंदिर में 20 और भी छात्र हैं। उन्हें आइसोलेट किया गया है।
छत्तीसगढ़ में कोरोना पाजिटिव की दर विगत 3 दिनों पहले साढ़े चार प्रतिशत थी, जो अब बढ़कर 5.16 पहुंच गई है।प्रदेश भर में एक्टिव मरीजों का आंकड़ा 3919 पहुंच गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लोगों को सतर्कता बरतने की जरूरत है। घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग जरूर करें। जिन्होंने कोरोना से बचाव का टीका नहीं लगवाया है, वह स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचकर निश्शुल्क लगवा सकते हैं।
आपको बता दे कि मंकीपॉक्स एक संक्रामक वायरस है, इससे बचाव के लिए सही जानकारी रखकर खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।