जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के विकास की कार्ययोजना तैयार करे कलेक्टर: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि आम जनता तक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाए आसानी से पहुँच सके इसके लिए यह आवश्यक है की प्रदेश के सभी जिला चिकित्सालय एवं विकासखंड स्तरीय चिकित्सालयो को सर्वसुविधायुक्त सम्पन्न बनाया जाए ताकि आम जनता को सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मिल पाए। इसके लिए सभी जिला कलेक्टरों को मुख्यमंत्री के आदेशानुसार 15 दिन के भीतर कार्ययोजना तैयार करनी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 6 महीने में कोरोना के इलाज के लिए अस्पतालों में आक्सीजन संबंधी उपकरण आई.सी.यू. बिस्तर, वेन्टिलेटर्स बढ़े है , इन सभी स्वास्थ्य उपकरणों का बेहतर रखरखाव और लगातार उपयोग कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारी के लिए भी जरूरी है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सको की संख्या बढ़ी है लेकिन स्वास्थ्य प्रबंधन को और मजबूत करना आवश्यक है।
समस्त चिकित्सालयों में सम्पूर्ण सुविधा युक्त आपरेशन रूम, लेबर रूम, लैबोरेटरी, आई.सी.यू. वेन्टीलेटर, ब्लड बैंक और निःशुल्क दवा की सुविधाएं उपलब्ध होंगी। पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सक भी होंगे उपलब्ध।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि राज्य के सभी जिला चिकित्सालयों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में जल्द से जल्द विकास की एक नीति तैयार की जाए। इस योजना में उपरोक्त सभी अस्पतालों में सर्व सुविधा संपन्न ऑपरेशन रूम, लेबर रूम, लैबोरेटरी, आई.सी.यू. और वेन्टीलेटर की सुविधा, ब्लड बैंक, निःशुल्क दवा आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जाए। साथ ही इन सभी अस्पतालों में 24 घंटे इलाज की सुविधा हो । सभी प्रकार के चिकित्सक शिशु रोग, स्त्री रोग, निश्चेतना, पैथॉलाजी, मेडिसीन एवं सर्जरी के पोस्ट ग्रेजुएट चिकित्सक उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाये और जहां पोस्ट ग्रेजुएट उपलब्ध न हो सकें, वहां इन विषयों में प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सकों की व्यवस्था की जाये। मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों के माध्यम से पूरी कार्ययोजना एवं उसके लिए आवश्यक बजट 15 दिनों के भीतर प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए है।