चौहान टाऊन लिफ्ट हादसा : जानिए क्यों ? करे कोई भरे कोई वाली कहावत हुई सच।

दुर्ग- भिलाई जुनवानी स्थित चौहान टाउन के लिफ्ट हादसे में पुलिस ने अब 51 दिन बाद प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस की लंबी जांच में बड़े-बड़े जिम्मेदार लोग तो बच गए या ये कहा जाए कि उन्हें बचा लिया गया? फिलहाल पुलिस ने तो लिफ्ट का मेंटनेस करने वाले को इस घटना के लिए जिम्मेदार माना है। और पुलिस ने लिफ्ट मेंटेनेंसकर्ता लिंगराज पाणीग्रही के खिलाफ धारा 287, 338 के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। वही पुलिस का दावा है कि आगे की जांच में अब जो भी साक्ष्य मिलेंगे उस आधार पर चौहान टाउन के संचालक के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया जाएगा।

भिलाई चौहान टाउन लिफ्ट हादसे का दोषी मेंटनेंस मैन पर जांच में लगे 51 दिन ?

अपको बता दे कि इस मामले में स्मृति नगर चौकी के प्रभारी युवराज देशमुख ने 51 दिन तक विवेचना और जांच करि। एवं इसके बाद चौहान टाउन में किस व्यक्ति के जमीन पर लिफ्ट लगी है। उसकी रिपोर्ट वहा के पटवारी से मांगी गयी। और यह जमीन चौहान टाउन के संचालक अजय चौहान के नाम से निकली।मगर अब 51 दिन के बाद लिफ्ट मेटेनेंसकर्ता के खिलाफ जुर्म दर्ज किया गया है। स्मृतिनगर चौकी प्रभारी युवराज देशमुख ने एक मिडिया को बताया कि 12 जून को चौहान टाउन ब्लाक जी-6 की लिफ्ट बिना ऑपरपेट किए अपने आप चलने लगी थी। इसमें महिला सावित्री देवी वर्मा के दोनों पैर लिफ्ट में फंस गए थे। और वह दुर्घटना का शिकार हो गयी थी।

पढ़िए आखिर कैसे महिला के पैर फंसे लिफ्ट में

क्यो उठ रहे पुलिस की कार्रवाई पर सवाल ?

आपको बता दे कि इस हादसे के बाद चौहान टाउन के लोगों ने सोसाइटी प्रबंधन और चौहान टाउन के मालिक अजय चौहान पर लिफ्ट मेंटेनेंस पर ध्यान न देने और हमेशा लापरवाही बरतने का आरोप लगाया था। यहां एक दो नही बल्कि कॉलोनी की सभी 35 लिफ्ट की दुर्दशा की दास्तां भी सभी ने बताई थी। जिसको मीडिया ने कवरेज भी किया था। पर लंबे वक्त से लिफ्ट में खराबी की शिकायत के बाद भी जिम्मेदारों ने लिफ्ट को नही सुधरवाई। इसके बाद बुजुर्ग महिला इस हादसे का शिकार हो गयी। यही वजह है कि पुलिस की इस कार्रवाई पर अब सवाल खड़े हो रहे हैं।

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