breaking :- भारत बांग्लादेश बॉर्डर पर चीनी जासूस घुसपैठ करते पकड़ाया , हुए कई खुलासे 1300 के करीब भारतीय सिम कार्ड ले जा चुका है चीन…

बांग्लादेश बॉर्डर से भारत में घुसपैठ करते हुए दाखिल होने वाले एक चीनी जासूस को पकड़ा है। चीनी जासूस ने भारतीय जवानों द्वारा करी गयी कड़ी पूछताछ में खुलासा किया है कि वो पिछले दो सालों में करीब 1300 भारतीय सिम कार्ड की स्मगलिंग कर अपने देश चीन ले जा चुका है। BSF और खुफिया एजेंसियों की चली पूछताछ में चीनी जासूस हान जुनवे ने खुलासा करते हुए बताया कि चीन में इन सिम कार्ड्स से भारत के अहम अकॉउंट को हैक करने और फाइनेंशियल फ्रॉड्स में इसका इस्तेमाल किया जाता था।

घंटो चली कड़ी पूछताछ के बाद BSF ने चीनी जासूस हान जुनवे को अब पश्चिम बंगाल की पुलिस के हवाले कर दिया है।

BSF के अनुसार , हान जुनवे ने साल 2019 में गुरूग्राम में स्टार-स्प्रिंग नाम का एक बड़ा होटल खोला था। जिसमे उसका एक बिजनेस पार्टनर था जिसका नाम सुन जियांग है। ये दोनों चीनी इस होटल की आड़ में जासूसी करते और भोले-भाले भारतीयों की जेब में फ़्रॉड कर सेंध लगाने का काम करते थे।

देखिए चीनी जासूस को…

फर्जी दस्तावेज के आधार पर ये दोनों भारतीय सिम कार्ड खरीदते थे। उसके बाद ये अपने इनर-वियर में छुपा कर इन सिम-कार्ड्स को चीन ले जाते थे। ये चीन में इन सिम-कार्ड्स का इस्तेमाल अकॉउंट को हैक करने के लिए इस्तेमाल करते। हालांकि , BSF ने इस बात का खुलासा अभी नहीं किया है कि किस तरह के भारतीय एकाउंट्स को हैक करने का काम हान जुनवे और सुन जियांग करते थे। और आखिरकार इस हैकिंग के पीछे कौन है और मकसद क्या है यह भी सामने नही आ पाया है।

लेकिन BSF से हुई कड़ी पूछताछ में हान जुनवे ने इस बात को कबूल किया है कि इन सिम-कार्ड का इस्तेमाल फाईनेंसियल फ्रॉड करने के लिए भी किया जाता था। जिसके जरिये वे भोले-भाले भारतीयों की मनी-ट्रांजेक्शन मशीन से पैसा उड़ा लेते थे। BSF के मुताबिक , कुछ समय पहले सुन जियांग को उत्तरप्रदेश पुलिस की एंटी-टेरेरिस्ट स्कॉवयड (ATS) ने फर्जी तरीके से सिम-कार्ड खरीदने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

इसी मामले में हान जुनवे और उसकी पत्नी भी सह-आरोपी हैं। हान के खिलाफ ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी थी । लेकिन उसस पहले गैर-कानूनी तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर के जरिए भारत देश में घुसपैठ करते BSF ने हान को मालदा जिले के सुल्तानपुर बीओपी (बॉर्डर ऑउट पोस्ट) यानि चौकी के नजदीक से धर-दबोचा था।

पूछताछ में हान ने यह भी बताया कि वो पहली बार साल 2010 में भारत के हैदराबाद शहर आया था। और साल 2019 के बाद वह तीन बार दिल्ली-गुरूग्राम आ चुका है। चारों बार वो बिजनेस के सिलसिले में भारतीय वीजा लेकर ही आया था।

उसका पासपोर्ट चीन के हुबई प्रांत से इसी साल यानी जनवरी 2021 से इश्यू हुआ है , उसके पासपोर्ट पर बांग्लादेश का वीजा है । यही वजह है कि वो 2 जून को बांग्लादेश की राजधानी ढाका पहुंचा था। जहा वह अपने एक मित्र के साथ रूकने के बाद हान बांग्लादेश के छपाई नवाबगंज जिले के सोना-मस्जिद इलाके में पहुंचा। यहाँ एक होटल में रुकने के बाद वह 10 जून की सुबह भारत-बांग्लादेश सीमा पर एक नदी के जरिये से पश्चिम बंगाल के मालदा इलाके में घुसपैठ करने की कोशिश करी थी , लेकिन वहां पैट्रोलिंग कर रहे BSF के जवानों ने उसे पकड़ लिया था।

BSF को चीनी घुसपैठियो की तलाशी लेने पर पासपोर्ट के अलावा एक एप्पल लैपटॉप , 02 आईफोन मोबाइल , 01 बांग्लादेशी सिम , 01 भारतीय सिम , 02 चाइनीस सिम , 2 पेनड्राइव , 03 बैटरी , दो स्मॉल टॉर्च, 05 मनी ट्रांजैक्शन मशीन , 02 एटीएम कार्ड , अमेरिकी डॉलर , बांग्लादेशी टका और भारतीय मुद्रा बरामद हुई है।

BSF के एक अधिकारी ने बताया कि चीनी नागरिक के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की बारीकी से जांच चल रही है ताकि ये पता चल सके कि वो चीन की किस खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी का काम करता था।

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