(देवेंद्र देवांगन) छत्तीसगढ़- भारत ही नहीं समस्त दुनिया के प्राचीनतम सनातन धर्म की देश की सबसे बड़ी संस्था ‘सनातन धर्म पुरोहित महासभा-नई दिल्ली’ द्वारा छत्तीसगढ़ की शिक्षा और संस्कारधानी भिलाई के स्मृति नगर में एक विशाल हिंदू धर्म सभा का आयोजन किया जाना निश्चित हुआ है। इसके पूर्व महासभा द्वारा देश के अनेक राज्यों और शहरों में अनेकों धर्म सभाएं आयोजित की जा चुकी है। हाल ही में केंद्रीय समिति द्वारा भिलाई के पंडित अरुण मिश्रा, संस्थापक-माताजी मंदिर नेहरू नगर चौक को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी दिए जाने के कारण इस बार यह सभा भिलाई में आयोजित की जा रही है।
आयोजन में महासभा के प्रमुख धर्माचार्य आचार्य जनार्दन शास्त्री जी नई दिल्ली, राष्ट्रीय महासचिव पंडित अमर बहादुर तिवारी जी सुल्तानपुर उत्तर प्रदेश, महामंडलेश्वर श्री सत्यानंद जी गाजीपुर उत्तर प्रदेश, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित गौतम शास्त्री और राष्ट्रीय संयोजक पंडित नंद किशोर पांडे के अतिरिक्त देश के विभिन्न राज्यों से संत, सनातनी और धर्माचार्य विशेष रुप से पधार रहे हैं। भिलाई के आचार्य शशि भूषण मोहंती के अतिरिक्त दुर्ग, भिलाई, रायपुर और समस्त छत्तीसगढ़ से भी विभिन्न पंडितों का आना निश्चित हो चुका है।
मंगल भवन स्मृति नगर भिलाई में 17 जुलाई रविवार को आयोजित इस धर्म सभा की आरंभिक तैयारियों के लिए माताजी मंदिर नेहरू नगर चौक में राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अरुण मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष पंडित उत्कर्ष भट्ट और राष्ट्रीय सचिव पंडित आनंद शर्मा के आतिथित्य में और प्रमुख सलाहकार नरेंद्र राठौर व विभिन्न सनातनीयों की उपस्थिति में एक बैठक 8 जुलाई को संपन्न हुई जिसमें सभी को उनकी क्षमतानुसार कार्य और जिम्मेदारियां सौंपी गई। बैठक में आयोजन के सभी पक्षों पर विस्तृत चर्चा के साथ अधिकाधिक लोगों की इसमें भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी से सुझाव लिए गए और यह निर्णय लिया गया कि आयोजन के 2 दिन पहले 15 जुलाई को पटेल चौक दुर्ग में एक सभा के रूप में शांतिपूर्ण तरीके से एकत्रित होकर शासन-प्रशासन तक सनातन धर्म पर हर रोज हो रहे हमले की रोकथाम पर ध्यान दिलाने के लिए निवेदन के रूप में राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन जिलाधीश महोदय को सौंपा जाए।
आयोजनकर्ताओं द्वारा बैठक में आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी पक्षों से अपील की गई और सर्वहिंदू व सर्वसमाज को इसमें जोड़ने के लिए आवश्यक रणनीति पर विस्तृत चर्चा की गई। आगामी फाइनल बैठक इसी स्थान पर 14 जुलाई को किया जाना निश्चित किया गया। इस अवसर पर पंडितगण हेमंत राय, शिव महाराज, अशोक मिश्रा, लाला महाजन, अनंत कुमार, विजय शुक्ला, मयंक प्रसाद मिश्रा, सोनू कुमार पांडे, कुणाल पांडे, अशोक तिवारी, एन.डी. तिवारी, अभिषेक मिश्रा, केसर तिवारी, रूद्र कुमार, हर्ष दुबे, अरुण मिश्रा, नंद किशोर पांडे, उत्कर्ष भट्ट, आनंद महाराज, संतोष अवस्थी, शिव नारायण शुक्ला और नरेंद्र राठौर आदि उपस्थित रहे।