(देवेंद्र देवांगन) राजनांदगांव – डोंगरगढ़ विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 74 के 2008 में भाजपा के पूर्व विधायक विधायक श्री रामजी भारती द्वारा लोकतंत्र के विश्वनीय चौथा स्तंभ प्रेस (पत्रकारों ) को लगातार डराने धमकाने,दवाने और मानसिक रुप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
जहाँ एक ओर हाई कोर्ट सुप्रीम कोर्ट पत्रकार (संवाददाता) को कुछ भी लिखने की स्वतंत्रता से लोगो को अवगत कराते हैं, वही पूर्व विधायक द्वारा पत्रकारों को निर्भिक ,स्वतंत्र लेखन एवं जन संवाद को शाशन तक पहुँचाने से रोका जा रहा है।
गत दिनों राम जी भारती के धर्म पत्नी के द्वारा राजधानी रायपुर एवं डोंगरगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी पीड़ा बताई थी। जिसे प्रेस क्लब के पत्रकारों द्वारा समाचार पत्र, न्यूज चैनल व वेब पोर्टल में यथावत लगाया गया हैं।
इसके अतिरिक्त इसे नेशनल चैनल जी -न्यूज, न्यूज 18 , आई. एन.एच एवं अन्य प्रतिष्ठित अखबार दैनिक भास्कर, अमर उजाला, छत्तीसगढ़ नाउ,आर जे न्यूज, सी ए आई,संकल्प न्यूज जैसे सभी न्यूज़ चैनल द्वारा प्रसारित किया गया। किंतु उसके बाद सिर्फ डोंगरगढ़ के चुनिंदा पत्रकारों को बदले की भावना , मानसिक पीड़ा देने की उद्देश्यों से चिन्हाकित पत्रकारों को अपने वकील के माध्यम से नोटिस भेजकर मानसिक प्रताड़ना और मानहानि का के रूप में 10 लाख एवं 15 लाख रु की मांग किया जा रहा है।
केवल यही नही पत्रकारों को और अधिक डराने के लिए अपने जाती का प्रभाव बताते हुए एक्ट्रोसिटी एक्ट के दुरुपयोग किया जा रहा है,। जबकि जातीगत किसी प्रकार के शव्दों का प्रयोग नही किया गया है। पति पत्नी की आपसी (पारिवारिक) लड़ाई को सुलझाने के बजाय पूर्व विधायक महोदय पत्रकारो को घसीट रहे हैं।लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों को (प्रेस) को फंसाने, डराने ,धमकाने का कार्य किया जा रहा हैं। जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों को (प्रेस) को फंसाने, डराने ,धमकाने का कार्य किया। जिसके चलते प्रेसक्लब डोंगरगढ़ के सदस्यों ने पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव प्रफुल्ल ठाकुर को शिकायत किया।