रायपुर – छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के महापौर एजाज ढेबर अपने एक दिए बयान पर खंडन करते हुए पर पलटी मार गए। दरअसल महापौर ढेबर ने मेम्बर ऑफ काउंसिल के सदस्यों के साथ वैक्सीनेशन को लेकर बैठक राखी थी। जिसके बाद मिडिया को अपने बयान में कहा कि जिन लोगों का वैक्सीनेशन नहीं होगा , उन्हें राशन दुकान से राशन न मिले, ऐसी व्यवस्था हो सके इस पर विचार किया जा रहा है। और सब्जी वाले भी बाजार में तभी बैठेंगे जब उनके पास वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट होगा।
देखिये महापौर के अपने बयान के बाद का खंडन का वीडियो ….
महापौर ऐजाज ढेबर के इस बयान की मिडिया और सोशल मिडिया में खबर चलने लगी और सोशल मिडिया में तेज़ी से फैलने लगी जिसके बाद महापौर ढेबर की चारों ओर से किरकिरी होनी शुरू हो गयी और लोगो ने नाराज़गी जताई तब सरकार ने इसे फेक न्यूज़ घोषित कर दिया और वहीं नगर निगम ने बाकायदा इसे भ्रामक खबर बताते हुए एक प्रेस रिलीज भी जारी कर दी है ।
वही नगर निगम रायपुर से जारी प्रेस रिलीज में कहा गया है कि नगर पालिक निगम रायपुर द्वारा यह पूरी तरह स्पष्ट कर दिया गया है कि यह समाचार पूरी तरह असत्य भ्रामक एवं मिथ्या है कि वैक्सीन नहीं लगवाई तो ना राशन मिलेगा और ना ही सब्जी बेच सकेंगे। इस संबंध में कोई भी निर्णय ना ही लिया गया है और न ही इस पर कोई विचार किया जा रहा है। इस संबंध में सभी नागरिको से अनुरोध किया गया है कि वे कदापि इस भ्रम में न पड़े कि वैक्सीन नहीं लगवाई तो ना राशन मिलेगा और ना ही सब्जी बेच सकेंगे। नागरिकों के मध्य नगर निगम प्रशासन द्वारा वैक्सीन लगाने जनजागरण करने का निर्णय लिया गया है एवं शहर में इसे लेकर सघन जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है जो राष्ट्र व समाज हित में लोक स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से निरंतर जारी रहेगा।