महासमुंद:- छत्तीसगढ़ की महासमुंद जिले की पुलिस ने चोरी करने वाले ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो मारुति की ‘इको’ (Maruti Echo) की वाहन के साइलेंसर से कीमती मेटल डस्ट ‘पैलेडियम’ की चोरी किया करते थे। गिरोह के 07 सदस्य पुलिस की पकड़ में आये हैं, जिनसे लगभग 04 लाख रुपये का कीमती धातु को जब्त किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य में इस तरह का अनोखी चोरी का यह पहला मामला पकड़ में आया है।
यूट्यूब से सीखा धातु निकालने का तरीका, अब तक का यह पहला मामला…
महासमुंद की पुलिस ने मीडिया के सामने आरोपियों को पेश करते हुए बताया कि, आरोपी मारुति की इको वाहनों के साइलेंसर में चलने के दौरान जो डस्ट जमा होता था उसमें कीमती ‘पैलेडियम’ नामक धातु का अंश होता है, इसी डस्ट को साइलेंसर से निकालने का काम इनका गिरोह करता था। वही इनके चोरी के गिरोह का मास्टर माइंड महासमुन्द निवासी गोविंद सिंह पिता कप्तान सिंह निकला, जिसके मुताबिक उसे यूट्यूब में वीडियो देख कर पता चला कि मारुति इको वाहन के साइलेंसर से यह कीमती धातु निकलता है। उसके बाद से वह इस कार्य को अंजाम देने लगा। उसके इस गिरोह में राजधानी रायपुर सहित अलग-अलग शहरों के लोग शामिल हैं।
जानिए किस तरह यह गिरोह करती थी चोरी…
इस अनोखी चोरी को करने वाले गिरोह के सदस्य मारुति की इको वाहन की तलाश में लगे रहते थे। उसके बाद उन्हें जैसे ही मौका मिलता, ये कहीं भी खड़ी गाड़ी का साइलेंसर खोल उसमें से डस्ट निकाल कर वापस से साइलेंसर को गाड़ी में फिट कर देते थे। इस काम में इन्हें बमुश्किल 30 मिनट का ही समय लगता था। और इस चोरी का वाहन मालिक को भनक भी नहीं लगती कि उसके वाहन के साथ कोई छेड़छाड़ की गई है।
किस काम मे आता है यह धातु, अंतराष्ट्रीय मार्केट में है काफी कीमत
पुलिस ने इस शातिर गिरोह से लगभग 20 किलोग्राम का ‘पैलेडियम’ जब्त किया है, जिसकी कीमत लगभग 04 लाख रुपये है । गिरोह के द्वारा साइलेंसर से निकाले गए इस डस्ट को पिघला कर ‘पैलेडियम’ तैयार किया जाता था। इस धातु का अधिकतर प्रयोग सोने को कठोर करने के लिए किया जाता है इसके अलावा इसका कई अन्य कार्यों में भी इस्तेमाल किया जाता है।