छत्तीसगढ़ – प्रदेश में स्वाइन फ्लू से छत्तीसगढ़ में पहली मौत हुई है। एक तरफ अब प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण के साथ ही स्वाइन फ्लू ने भी सभी की चिंता बढ़ा दी है। रविवार की रात को एक निजी अस्पताल में इलाज करा रही 4 साल की बच्ची की मौत हो गई है।
वही स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बच्ची दूसरी बीमारी से भी ग्रसित थी। बताया गया है कि 4 साल की बच्ची निमोनिया और सीवियर रेस्पिरिटी डिसऑर्डर की भी शिकार थी। कोरबा जिला से बेहतर इलाज के लिए बच्ची को राजधानी रायपुर लाया गया था। वही बच्ची के बीमारी का पिछले कुछ दिनों से रायपुर में उसका इलाज चल रहा था। और हाल ही में उसमें स्वाइन फ्लू होने की पुष्टि हुई थी।
वही प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में अब स्वाइन फ्लू के भी मामले निरंतर बढ़ रहे हैं। इस एक महीने में स्वाइन फ्लू के 28 मरीज मिले हैं। जिनमे अब एक्टिव मरीजों की संख्या 11 है। वही 1 की मौत हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ राज्य के एपेडिमिक कंट्रोल डायरेक्टर डॉ सुभाष मिश्रा ने मीडिया को बताया कि 4 साल की बच्ची कोरबा से आयी थी और वह निमोनिया और सीवियर रेस्पिरिटी डिसऑर्डर से पीड़ित थी। जिसका इलाज रायपुर के ही एक निजी अस्पताल में चल रहा था। इस दौरान चब बच्ची का H1N1 इन्फ्लुएंजा (स्वाइन फ्लू) का टेस्ट किया गया तब उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी। हांलाकि डॉ. मिश्रा का कहना है कि बच्ची की मौत की वजह केवल स्वाइन फ्लू होना नहीं हो सकती क्योंकि बच्ची निमोनिया और सीवियर एआरडीएफ से भी पीड़ित थी और इसके बाद उसकी जांच में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई थी। लेकिन बच्ची के स्वास्थ्य में उचित सुधार नहीं हुआ और उस कारण से बच्ची की मौत हो गयी।