जगदलपुर:- इस लॉक डाउन में भी लोग ठगी के तरह-तरह के हथकंडे अपना कर आम जनता को ठगने में कोई कमी नही कर रहे है। इस लॉक डाउन के दौरान तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक बनकर ठगो द्वारा समय पर दुकान बंद नहीं करने का आरोप लगाकर दुकानदारों का चालान काट रहे थे । जिसके बाद फर्जी तहसीलदार और राजस्व निरीक्षक को पुलिस के हत्थे चढ़ गए। और इनके पास से फर्जी चालान और दुकानदारों से वसूल की गई रकम भी बरामद करी गयी है।
जानकारी के मुताबिक जगदलपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि जगदलपुर और यहाँ के आसपास के इलाकों में कुछ आदमी अपने आप को तहसीलदार और राजस्व अधिकारी बताकर लाॅकडाऊन में निर्धारित समय सीमा में दुकान बंद नहीं करने को कहते हुए वह दुकानदारोें पर फर्जी तरीके से चालानी कार्यवाही करके उनका चालान काटकर ,पैसे की उगाही कर रहे हैं। तब इस पर तहसीलदार के लिखित आवेदन पर आरोपीयो के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध कर ततपश्चात आरोपियों की तलाश शुरू की गई।
फर्जी चालान किया जप्त…
पुलिस ने जाँच के दौरान संदेह होने पर जीत एवं मो. शाहबाज खान को घेराबंदी कर पकड़ा। जब दोनों की तलाशी ली गयी तो उनके पास से 16 फर्जी चालान की प्रति मिली, जिनमें 5 प्रतियों में दुकानदारों पर कार्यवाही का विवरण लिखा हुआ था। इसके अलावा 5,000 रुपए नगद के अलावा उनके पास से 2 मोबाइल बरामद किया गया।
तहसीलदार के नाम का फर्जी आई कार्ड भी बरामद…
जांच में आरोपी जीत रक्षित के पास से 1 परिचय पत्र बरामद हुआ है, जिसमें जीत रक्षित को तहसीलदार के जगदलपुर में पदस्थ होने का उल्लेख है, पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है , और बताया कि उन्होंने सेमरा, आड़ावाल, नियानार एवं जगदलपुर शहर में दुकानदारों को समय पर दुकान बंद नहीं किया गया है की धमकी देकर रुपयों की उगाही करी है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।