नेल्लोर – माता-पिता को बच्चों का रक्षक माना जाता है लेकिन तब क्या जब उनके पेरेंट्स ही उनकी मौत का कारण बन जाये , ऐसी ही एक दर्दनाक और अजीबोग़रीब घटना सामने आई है , डेक्कन क्रोनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक आत्मकुर गांव में एक 4 साल की बच्ची की बुधवार को मौत हो गई क्योंकि उसके पिता वेणुगोपाल ने अंधविश्वास के चलते उसे जबरदस्ती सिंदूर और हल्दी खिला दी ।
बच्ची के परिजनों और रिश्तेदारों को आत्मकुर गांव के डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद कॉर्पोरेट हॉस्पिटल नेल्लोर ले जाने की सलाह दी लेकिन बच्ची की तबियत बहुत ज्यादा बिगड़ने के कारण नेल्लोर के डॉक्टर्स ने बच्ची को चेन्नई रिफर कर दिया । बच्ची की माँ इस घटना के वक़्त अपने माता पिता के घर थी वह तुरंत नेल्लोर पहुंची और बच्ची को रिश्तेदारों की मदद से चेन्नई के चाइल्ड ट्रस्ट हॉस्पिटल जो कांची पीतम द्वारा चलाया जाता है वहाँ ले गई लेकिन पुनर्विका ने गुरुवार को ट्रीटमेंट के दौरान दम तोड़ दिया ।
पुनर्विका और पूर्वीका दोनों जुड़वा बहने है वहाँ के लोगो के मुताबिक पूर्विका इस खतरे से बच गई क्योंकि वो उस वक़्त घर पर नही थी जब उसके पिता यह अंधविश्वासी काम कर रहे थे ।
आत्मकुर पुलिस ने बच्ची के पिता वेणुगोपाल को गिरफ्तार कर लिया है और लोगो का यह भी कहना है कि वेणुगोपाल एक फ़र्ज़ी बाबा के कहने पर अजीबोग़रीब रीति रिवाज और पूजा करता था इसी अंधविश्वास ने उसकी बच्ची की जान ले ली ।