जांजगीर-चांपा- राहुल के जिंदा रहने की जिद ही जिसने रेस्क्यू टीम को उम्मीदे बंधी रखी है । बोरवेल में गिरे राहुल को 44 घंटे बाद भी निकाला नहीं जा सका है। पर वहा डंटे अधिकारियों का कहना है कि 11 वर्षीय बच्चे को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है । कुछ घण्टों का प्रयास और है उसे जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। आपको बता दे सारे प्रयास विफल रहने के बाद अब गुजरात के रोबोटिक्स इंजीनियर की मदद ली गई है । रोबोटिक्स इंजीनियर महेश अहीर मौके पर पहुंच गए हैं । उन्होंने परिजन को भरोसा देते हुए कहा कि सबकुछ ठीक रहा तो बच्चे को आधे घंटे के अंतराल में निकाल लेंगे । उन्होंने कहा कि हम पहले रोबोट को बोरवेल के अंदर ले जाएंगे , उसके बाद ही स्थिति का जायजा लिया जाएगा । अगर सबकुछ सही रहा तो 30 मिनट के भीतर बच्चे को बाहर ले आएंगे । वहीं अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया अभी तक लगभग 70 फुट का गड्ढा किया जा चुका है तथा इस कार्य में अभी पांच से छह घंटों का समय और लग सकता है। बचाव कार्य में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और भारतीय सेना के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है ।
रेस्क्यू में लगे लोगों की उम्मीदें बबांध रखी है राहुल ने , खुद पानी निकालने में कर रहा मदद
आज रविवार की सुबह बच्चे में हलचल दिखाई दी है। इसके बाद उसे जूस भी पीने को दिया गया था । वह जूस को पी भी लिया । बच्चे की इस कोशिश ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों की उम्मीदें बना रखी है । इतना ही नहीं बोरवेल में गिरा राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भरने में मदद कर रहा है । दरअसल, बोरवेल की दीवारों से थोड़ा-थोड़ा पानी रिस रहा और बच्चा ऊपर से भेजे गए बाल्टी में पानी को भरने में मदद कर रहा है । जिसके द्वारा पानी निकाला जा रहा है । गड्ढे का मुंह चौड़ा होने की वजह से राहुल को मिल रही राहत स्थानीय प्रशासन के अनुसार बोरवेल के लिए खोदे गए गड्ढे का मुंह जरूर छोटा है , लेकिन अंदर से वह चौड़ा हो गया है। वहीं नीचे पत्थर भी लगे हैं। इसके कारण राहुल उसमें अटका हुआ है। हालांकि उसे काफी चोटें भी आई होंगी । इसके बाद भी उसने अपनी हिम्मत बांधी हुई है ।
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