दुर्ग – आज कल जंहा छोटे बच्चे खेलकूद और वीडियो गेम्स की दुनिया मे फंसे रहते है। जिस कारण से बच्चे समाजिक गतिविधियों और नैतिक शिक्षा से काफी दूर है। पर इन सब से उलट दुर्ग जिले के भिलाई के रहने वाले दो बच्चे ओम और विवान यूट्यूब में अपने चैनल के माध्यम से हर छोटी जानकारी और सामाजिक जानकारी सोशल मीडिया में वीडियो बनाकर के इनके द्वारा शेयर किया जा रहा है।
आपको बता दे कि ओम और विवान नाम से वलाग्स (Om and vivaan vlogs) बनाने वाले इन बच्चो का एक फेमस यूट्यूब चैनल है। आपको बता दे कि इनकी उम्र मात्र 11 और 07 वर्ष है। इन छोटे बच्चे के द्वारा निरन्तर कई विषयो पर बनाया जा रहा है , जिसमे हमारी संस्कृति , कल्चर , नॉलेज ,खान -पान , सामाजिक आदि विषयो पर लगातार जानकारिया दी जा रही है , अभी तक 650 से भी ज्यादा वीडियोज़ इनके द्वारा बनाया गया है।
गौशाला और गौ सेवा की जानकारी देते हुए सेवा भावना के विषय मे बच्चो ने दिया मैसेज
दरअसल हाल ही में ओम और विवान का एक वीडियो लोगो के द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है और इनके द्वारा दी गयी जानकारी काफी प्रशंसनीय है। वीडियो में बच्चो ने दुर्ग स्थित श्री कृष्णा गौ शाला के विषय मे जानकारी दी जिसमे उन्होंने पूरे गौशाला के विषय मे बताया कि किस तरह से गौशाला सेवाधर्म की भावना से कार्य कर रही है। किस तरह से गायो की निःस्वार्थ सेवा की जा रही है।
गायो के खान पान में किसी भी प्रकार की नही की जाती कमी
वीडियो में बच्चो ने बताया कि यंहा गायो के रहने और खान पान में किसी भी प्रकार की कमी नही की जाती है। चारे के अलावा गायो को बाकायदा खिचड़ी, चावल, दाल और दलिया भोजन पका कर दिया जाता है। जिसके लिए इस गौशाला में बकायदा बड़े बड़े चूल्हे बनाये गए है।
गोबर और गौ मूत्र का कर रहे उपयोग
आगे वीडियो में बताया कि किस तरह से गोबर से ईंट बनाई जा रही है, जो पर्यावरण के लिए काफी अनुकूल है। वही गोबर से कंडे और छेने बनाये जा रहे है। तो गोबर खाद का कृषि में उपयोग कर पर्यावरण को बचाने के लिए भी एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। आगे जानकारी देते हुए बच्चो ने बताया कि दाह संस्कार के लिए यंहा छेने बिल्कुल मुफ्त में दिए जाते है। इसके लिए व्यक्ति अपनी इक्षा से दान दे सकता है। वही गोबर से गोबर गैस बनाने का प्लांट भी यंहा पर लगाया गया है जिससे गैस निकाल कर इसका प्रयोग किया जा रहा है।
साथ ही गौ मूत्र का खेती में कीटनाशक के रूप में प्रयोग किया जाता है। जो रासायनिक खेती से काफी अच्छी है जिससे फल और सब्जियां ऑर्गेनिक प्राप्त होता है। वही गौ मूत्र का प्रयोग कर के आप कई तरह की बीमारियों से छूटकारा भी पा सकते है।
गौशाला में किसी भी प्रकार से दूध की नही की जाती बिक्री
ओम और विवान वीडियो में आगे जानकारी देते हुए यह भी बताया कि इस गौ शाला में गायो के दूध की किसी भी प्रकार से बिक्री नही की जाती है। इसका उपयोग गाय के बछड़े ही करते है जिन्हें बराबर उनकी माँ का दूध उन्हें मिलता है।
गायो के इलाज के लिए है अस्पताल
साथ ही इनके द्वारा वीडियो में गायो के अस्पताल को भी दिखाया गया है। जंहा पर इनका निःशुल्क इलाज होता है। यंहा बकायदा बाहर सड़क में घायल या बीमार गायो का इलाज किया जाता है। उनकी बकायदा निगरानी की जाती है। जिनके लिए डॉक्टर और गौ शाला के मेंबर इनकी मोनिटरिंग करते है। वंही यंहा इनकी बीमारियों से सम्बंधित सभी दवाइयों की उपलब्धता रहती है।
गौ तस्करों से बचा कर लायी जाती है गाये
वंही इस वीडियो से गौ शाला के सदस्य बताते है गौ तस्करों से गाड़ियों में भरकर ले जाई जाने वाली गायो को यंहा बकायदा पुलिस रिकॉर्ड में उनकी जांच कर उनकी उम्र के साथ सारी डिटेल्स रखी जाती है। तस्करों से बचाने के बाद गौवंश का यंहा पूरा ख्याल रखा जाता है। हर गायो की जानकारी बकायदा रजिस्टर में रखा जाता है।
इन बच्चो की प्रतिभा को देख और उनके विचार को देख कर आपको एक बारगी ऐसा लगेगा कि सामाजिक और नैतिक मूल्यों को लेकर इन बच्चो में कितनी जानकारी है। एक बार आप इनके वीडियो को जरूर देखे आपको भी ऐसा लगेगा कि कैसे इतनी कम उम्र मे बच्चो के द्वारा इतना बता पाना आपने आप मे अद्भुत है।