लिज़्तोमेनिया क्लब में देर रात 12 बजे के बाद पार्टी की धुन में छलकाए जा रहे थे जाम , आबकारी की रेड मगर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति , विवादों में रहने वाले क्लब को आखिर किसका संरक्षण ?

दुर्ग- शुरुआत से ही विवादों में रहने वाले भिलाई के सूर्या मॉल में संचालित लिज़्तोमेनिया क्लब एंड किचन में देर रात तक पार्टी चलने और शराब परोसने की शिकायत लगातार मिल रही थी।

वही अब आबकारी विभाग की छापेमार कार्यवाही में इसका खुलासा हुआ है। आपको बता दे कि आबकारी विभाग की संयुक्त टीम ने शनिवार की देर रात्रि यहां पर छापा मारा।

जिसमे आबकारी की टीम को यहां पर रात 12.30 बजे के बाद भी माल स्थित इस क्लब के अंदर पार्टी में डांस करने और शराब पीते मिले। क्लब के द्वारा आबकारी एक्ट की धज्जियां उड़ाते पकड़े जाने के बाद भी आबकारी विभाग के अधिकारियों ने सिर्फ खानापूर्ति वाली कार्यवाही करके क्लब के संचालक को छोड़ दिया।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार उन्हें आबकारी विभाग में पदस्थ एक अधिकारी ने बताया कि उन्हें दुर्ग जिले के नए कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने आबकारी उपायुक्त नोहर सिंह ठाकुर को इस पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे । दुर्ग कलेक्टर ने उन्हें जांच के निर्देश दिये कि रात 12 बजे के बाद भी क्लब के अंदर शराब परोसी जा रही है । जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर आबकारी अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाई गई।

इस संयुक्त टीम ने फिर शनिवार की रात लगभग 12.30 बजे लिज़्तोमेनिया क्लब में छापेमारी की कार्यवाही करि गयी। जिस वक्त आबकारी विभाग की टीम जब वहां पहुंची तो बाहर से माल का दरवाजा बंद था और लाइट भी ऑफ थी । लेकिन वही माल के बाहर सैकड़ों की संख्या गाड़ियां पार्किंग में खड़ी दिखी थीं ।

जिसके बाद आबकारी अधिकारी और उनकी टीम के सदस्य इस क्लब के अंदर पहुंचे जहा पर उन लोगो ने देखा कि देर रात भी लड़के और लड़कियां डांस करते और शराब पीते पाए गए। जिसके बाद आबकारी विभाग की टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए उस समय क्लब को बंद कराया गया । और क्लब के संचालक को निर्देशित किया गया कि अगर दोबारा ऐसा करते पाया गया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करि जाएगी ।

शासन का कोई ख़ौफ़ नही खुले में उड़ाई जा रही नियमो की धज्जियां

आपको बता दे कि ट्विनसिटी में सिर्फ लिज़्तोमेनिया ही अकेला ऐसा क्लब नहीं है जहा पर देर रात तक पार्टियां चलती हो। बल्कि नेहरू नगर चौक स्थित होटल, और पुलगांव दुर्ग स्थित कई ऐसी जगह है जहां पर देर रात पार्टियां चलती है। दुर्ग प्रशासन और आबकारी विभाग हो या पुलिस जिम्मेदार अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी है पर इन सब के बावजूद सख्ती से कोई करवाई नही होती है। इस कारण से इनके हौसले बुलंद है।

पहले भी इस क्लब में और इसके कारण कई घटनाएं घट चुकी है

इस क्लब में या इसके कारण आये दिन शहर में कुछ न कुछ घटनाएं होती है कुछ पहले ही यहा के बाउंसर ने एक युवक को बुरी तरह मारा था । और क्लब आये उस युवक की गाड़ी को भी तोड़ दी थी । पुलिस ने मामला दर्ज कर अपनी कार्रवाई भी करि थी।

इस क्लब में आने के बाद यहा से नशे में चूर होकर निकलते युवा अपनी कार तेज रफ्तार में लेकर यहा से निकलते है । जिस कारण से कई बार सड़क दुर्घटनाएं भी हुई हैं । करीब एक माह पूर्व भी शराब के नशे रायपुर से आए दो कार चालकों ने डिवाइडर में गाड़ी टकरा दी थी । जिसके बाद में स्मृति नगर चौकी पुलिस द्वारा कार को जब्त कर थाने लाई थी।

वही कुछ माह पहले ही यहा की एक पार्टी में बिल को लेकर हुए विवाद को शांत कराना स्मृति नगर चौकी के सिपाही को मंहगा पड़ गया था। गश्त पर निकले स्मृति सिपाही सविन्दर सिंह जब बीच बचाव करने वहा पहुंचा तो उस पर चाकू से जानलेवा हमला कर दिया गया जिस कारण से उसकी पीठ पर चाकू से दो जगह प्रहार किए गए। जिससे सिपाही के 40 टांके लगे थे।

क्लब को किसका संरक्षण यह सोचने वाली बात

सूत्रो के मुताबिक जिस पब को लेकर आये दिन मीडिया में यहा की घटनाओं को लेकर सुर्खिया बनी रहती है। उसके बाद भी इसे देर रात तक पार्टी चलाने और शराब परोसने जैसे नियमो की धज्जियां उड़ाने का संरक्षण किसे मिल रहा है ये सोचने वाली बात है। क्योंकि इतने विवादों में रहने के बाद भी प्रशासन इस पर सख्ती क्यो नही बरत पा रहा है। आखिर किसका सरंक्षण है जिस कारण से शासन भी कठोर कार्यवाही नही कर पा रही है।

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