अहिवारा – हमेशा से विवादों में रहने वाले नगरपालिका अहिवारा के अधिकारी एक बार फिर विवादों में घिरते नजर आ रहे है। दरअसल इस बार आम जनता और जनप्रतिनिधियों ने नही बल्कि नगरपालिका के कर्मचारीयो ने ही नगरपालिका अधिकारी राजेश तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोला है।
दरअसल अहिवारा नगरपालिका के ग्रुप में डले पत्र के अनुसार इस पत्र में नगर पालिका अध्यक्ष के नाम से एक पत्र जारी किया गया है। जिसमे लिखा गया है कि “नगर पालिका परिषद् अहिवारा के समस्त कर्मचारियों को विगत दो माह से वेतन नहीं मिला है , माह जून का वेतन 22.8.2022 को प्राप्त हुआ है किन्तु मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा अपना जुलाई माह का वेतन भी इसी दिनांक को आहरण कर लिया गया है जिससे समस्त कर्मचारियों में रोष व्याप्त है , इसके साथ ही मु.न.पा.अ. श्री राजेश तिवारी द्वारा कर्मचारियों से किये जा रहे दुर्व्यवहार से सभी कर्मचारी परेशान हैं , जिसके परिपेक्ष्य में आज दिनांक 12.09.2022 को नगर पालिका परिषद् अहिवारा के समस्त कर्मचारियों द्वारा बैठक कर निर्णय लिया गया है कि दिनांक 13.09.2022 से जब तक मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री राजेश तिवारी का स्थानान्तरण जब तक नहीं हो जाता तब तक कोई भी नियमित कर्मचारी कार्य पर नहीं जायेंगे।”
नगरपालिका अधिकारी और कर्मचारियों के बीच हुआ था विवाद
आपको बता दे कि नगरपालिका अधिकारी और कर्मचारियों के साथ मे परिसर में इन्ही सब विषयो को लेकर काफी वाद विवाद हुआ था जिस कारण से पालिका परिषद में दिन भर माहौल काफी गरम था। वैसे भी नगरपालिका परिषद आये दिन नियमो के विरुद्ध काम करने और अधिकारी और जनप्रतिनिधि के द्वारा अपनी मनमानी करने को लेकर काफी विवादित रहता है। इसके पहले भी कई मर्तबा इसकी शिकायते की गई मगर जिले और प्रदेश के उच्च अधिकारी भी इस विषय और पालिका को लेकर अपनी गंभीरता नही दिखा रहे है।
व्हाट्सएप में शेयर किया जा रहा मैसेज, मानसिक रूप से परेशान करने की बात कही गयी
वही इस संबंध में व्हाट्सएप में शेयर किए गए मैसेज में लिखा गया है कि “नगर पालिका परिषद अहिवारा के समस्त जनप्रतिनिधियों को जैसा कि विदित है कि नगर पालिका अहिवारा के कर्मचारियों को विगत 2 माह से वेतन नहीं मिला था इस बीच जून माह का वेतन 22 अगस्त को हमें दिया गया किंतु मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा अपना जुलाई माह का वेतन भी आहरण कर लिया गया है जो कि नियम विरुद्ध है सर्वप्रथम दैनिक कर्मचारियों को फिर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को फिर तृतीय वर्ग कर्मचारियों को और अंतिम में अधिकारी अपना वेतन निकाल सकते हैं। जिससे समस्त कर्मचारियों में रोष है साथ ही आए दिन मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा कर्मचारियों से अपशब्दों का उपयोग करते हुए दुर्व्यवहार किया जाता है जिससे सभी कर्मचारी मानसिक रूप से बहुत परेशान हैं। सभी जनप्रतिनिधियों को यह सूचित कर रहे हैं कि कल दिनांक 13.9.2022 से मुख्य नगरपालिका अधिकारी के स्थानांतरण तक कोई भी कर्मचारी कार्य पर उपस्थित नहीं करेंगे वे कार्यालय के बाहर धरना देंगे।समय अभाव के कारण यह पत्र आप तक पहुंचा पाने में असमर्थ हैं कृपया इस संदेश व पत्र को स्वीकार करने का कष्ट करेंगे एवं आप सभी से कर्मचारियों के हित में इस समर्थन हेतु निवेदन है।”
अधिकारी और जनप्रतिनिधि द्वारा किया जा रहा मान मानुवाल
कर्मचारियों के साथ विवाद के बाद जैसे ही इस संबंध में कर्मचारियों ने पत्र जारी कर 13 सितंबर के धरने के लिए जैसे ही उच्च अधिकारियों को और जनप्रतिनिधियों को इस संम्बंध में सूचनार्थ की प्रतिलिपि भेजी गई है उसके बाद से ही उनको मनाने की कोशिश भी तेज हो गयी है।
उन्हें 13 सितंबर को धरना और CMO के विरोध न करने को लेकर समझाइश के साथ कर्मचारियों का मान मानुवाल भी तेज हो गया है कहा यह भी जा रहा है कि वे इस प्रकार धरना और विरोध न करे आपस मे बात करके कोई रास्ता निकाले। अब देखना यह है कि 13 सितंबर को कर्मचारी धरना देते है या उन्हें मान मानुवाल करके मना लिया जाएगा। विरोध प्रदर्शन की स्थिति 13 सितंबर की सुबह ही साफ हो पाएगी।