अहिवारा- नगर को गौरान्वित करने वाले पल में एक और अध्याय जुड़ चुका है। दरअसल अहिवारा की लाडली बिटिया साक्षी बाफना ने चार्टर्ड अकॉउंट की कठिन परीक्षा पास कर बहुत कम उम्र में मात्र 22 वर्ष की आयु में वह CA बनी है। इसके साथ ही वह अहिवारा की अकेली ऐसी बेटी है जिसने CA का तमगा अपने नाम किया है। जैसे ही साक्षी का रिजल्ट आया वैसे ही पूरे नगर में हर्ष व्याप्त है। वही परिवार और पुरे नगर में बेटी को बधाई देने वालो का तांता लगा है। साक्षी ने परिवार ही नही बल्कि पूरे अहिवारा नगर का मान बढाकर पूरे नगर को गौरान्वित किया है।
बाफना परिवार में जुड़ा नया अध्याय , धर्म, राजनीति, व्यापार, के बाद शिक्षा के क्षेत्र में बनाया मुकाम
जी हाँ आप सभी को बता दे कि बाफना परिवार द्वारा नगर और प्रदेश को गौरान्वित कर मान सम्मान बढ़ाने वाले पलो में यह पहला मौका नही है।
हाल ही में इन्ही के परिवार की एक बिटिया ने देश के साथ प्रदेश में मान बढ़ाया था। बात हो रही है सांसारिक जीवन मे रही बिटिया रोशनी बाफना की जिन्होंने जैन धर्म की प्रचारक बन संन्यासी जीवन को अपनाया था। और सारे सुख सुविधाओं और विलासिता को त्याग कर साधुमार्ग को अपनाया है। उनके दीक्षा समारोह में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सहित केंद्रीय मंत्री सहित राज्य के मंत्री और पूर्व मंत्रियों विधायको ने शिरकत करि थी। आपको बता दे कि रोशनी भी अहिवारा नगर की पहली बिटिया थी जिसने धर्म के मार्ग पर जाने का फैसला लिया था और दीक्षा लेकर आज वर्तमान में साधुमार्गी जीवन अपनाया है और पूरे देश मे जैन धर्म का प्रचार कर रही है। आज उन्हें सभी रोहिता श्री जी के नाम से जानते है।
वही आपको जानकारी दे दे कि साक्षी के पिता अशोक बाफना और माता जी उषा बाफना है। उनके पिता अहिवारा नगर पालिका परिषद में उपाध्यक्ष के पद पर आसीन है। वह लंबे अंतराल से पार्षद रहे है लगातार पार्षद रहने और लंबे वोटो से जितने जैसे कई मुकाम इनके भी नाम है। नगर पालिका में सीनियर पार्षद व नेता अशोक बाफना का नाम एक कुशल व्यापारियों की श्रेणी में भी आता है। साथ ही अहिवारा की सबसे पुरानी धार्मिक समिति जागृति युवा मंच के अध्यक्ष भी है उनके द्वारा नगर में कई धार्मिक आयोजन कराए जाते है। साक्षी की माता एक गृहणी है साथ ही धर्म से जुड़ी हुई महिला है।
पूर्व संसदीय सचिव व साजा विधायक रहे लाभचंद बाफना की भतीजी है साक्षी
आपको बता दे कि साक्षी पूर्व संसदीय सचिव व साजा विधायक रहे लाभचंद बाफना की भतीजी है। लाभचंद बाफना ने कांग्रेस के दिग्गज नेता वर्तमान मंत्री रविन्द्र चौबे के गढ़ को भेदा था जिसके बाद से वह पूरे प्रदेश में चर्चा में आये थे। रविन्द्र चौबे को हराकर कांग्रेस के गढ़ में भाजपा का झंडा लहराने वाले बाफना को रमन सिंह ने संसदीय सचिव बनाकर प्रदेश कैबिनेट में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी थी।
वही साक्षी के चाचा चंचल बाफना भी जिला भाजपा से जुड़े है और नगर की सक्रिय में राजनीति में उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रहती है। नगर के लोगो के सुख दुख में शामिल होने और हर किसी की मदद को हमेशा तत्तपर रहने के नाम से वह चर्चा में रहते है। इन्ही की बिटिया रोशनी ने दीक्षा ले कर परिवार के साथ पूरे जैन समाज को गौरान्वित किया था।
अपनी सफलता का श्रेय साक्षी ने माता पिता के साथ परिवार को दिया
THE CG STATE TIMES से बात करते हुए साक्षी ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता पिता और परिवार को दिया है साक्षी ने कहा कि
“मैं अपनी इस गौरवशाली पल को लेकर काफी उत्साहित महसूस कर रही हूं। मैं ऐसे अद्भुत माता-पिता और ऐसे परिवार को पाकर धन्य हू जिन्होंने हमेशा से मेरे उतार-चढ़ाव के दौर में मेरा साथ दिया और खड़े रहे और मेरी CA की पढ़ाई की इस जर्नी के दौरान हमेशा से मेरा सभी ने उत्साहवर्धन किया।”