वैक्सीन लगने के बाद नही बनी एंटीबॉडी, धोखाधड़ी और जान से खिलवाड़ हुआ कहा शख्स ने… सीरम इंस्टिट्यूट और पूनावाला के खिलाफ शिकायत करने पहुँचा…

वैक्सीन लगने के बाद नही बनी एंटीबॉडी, धोखाधड़ी और जान से खिलवाड़ हुआ कहा शख्स ने… सीरम इंस्टिट्यूट और पूनावाला के खिलाफ शिकायत करने पहुँचा

देश– कोरोना वायरस से बचने के लिए भारत में कोरोना टीकाकरण अभियान लगातार तेजी से जारी है। इसके साथ ही कोरोना से बचने की कई दवा और वैक्सीन पर अभी भी ट्रायल लगातार हो रहे है। इसी के बीच उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ के रहने वाले एक व्यक्ति ने अब वैक्सीन को लेकर एक आरोप लगाया है,की कोविशील्ड वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद भी उसके शरीर मे एंटीबॉडी नहीं है। शिकायत कर्ता लखनऊ आशियाना निवासी व्यक्ति प्रताप चंद्र है। जिन्होंने यह आरोप लगाया है, कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है एवं उसकी जान के साथ खिलवाड़ किया गया है। प्रताप चंद्र का कहना है की वैक्सीन तैयार करने वाली कंपनी और उसे मंजूरी देने वाली संस्थानों के जिम्मेदारों के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही होनी चाहिए। प्रताप चंद्र ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और ICMRWHO के खिलाफ पुलिस में शिकायत की है। एसीपी कैंट अर्चना सिंह ने  इस विषय पर सीएमओ कार्यालय से जांच में सहयोग मांगा है। वहा की रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई होगी।

Demo photo

प्रताप ने 8 अप्रैल को वैक्सिन का पहला डोज़ लगवाया था….

प्रताप चंद्र के मुताबिक उसने 8 अप्रैल को वैक्सीन की पहली डोज लगवाई थी। प्रताप के अनुसार वैक्सीनेशन के समय डाक्टरों ने उन्हें बताया था कि पहली वैक्सीन लगने के बाद उनके शरीर पर एंटीबॉडी बनना शुरू हो जाएगी। जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा कम होगा। उन्हें वैक्सीन की दूसरी डोज 28 अप्रैल को लगाई जानी थी।

लेकिन ICMR की तरफ से दिशा-निर्देश जारी कर पहली वैक्सीन लगाने के बाद दूसरी डोज के बीच का समय बढ़ा दिया गया। प्रताप चंद्र के मुताबिक 25 मई को उन्होंने अपना एंटीबॉडी टेस्ट करवाया था। जिसकी रिपोर्ट आने के बाद रिपोर्ट देख कर वह हैरान हो गए। प्रताप के अनुसार उसके शरीर में एंटीबॉडी बनने की जगह उल्टा प्लेटलेट्स कम हो गई। ऐसे में उनका संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बढ़ गया है।

प्रताप के मुताबिक उनको धोखे में रखकर एवं गलत जानकारी देते हुए वैक्सीन लगाई गई है। इस संबंध में प्रतापचंद्र ने आशियाना थाने में अपनी तहरीर दी है। एसीपी कैंट के मुताबिक प्रताप के तहरीर के संबंध में विशेषज्ञों से राय ली गई है, एवं सीएमओ आफिस से जांच कर रिपोर्ट भेजने का आग्रह भी किया गया है। उन्होंने बताया कि सीएमओ दफ्तर से जारी रिपोर्ट के आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी।

Leave a Reply

error: Content is protected !!