दुर्ग – भिलाई में हुई एक घटना के बाद अब पुलिस के ऊपर सवालिया निशान खड़े हो रहे है। दरअसल यह घटना भिलाई के सेक्टर 3 में घटित हुई है। जहां पर एक युवक की पुलिस द्वारा बगैर सोचे समझे ऐसी पिटाई कर दी कि शर्म के कारण वो युवक आत्महत्या करने तक को मजबूर हो गया।
आपको बता दे कि आरोप लगे हैं कि भट्टी थाना प्रभारी के थप्पड़ और पिटाई से क्षुब्ध होकर भिलाई के युवक ने आत्मघाती कदम उठाया है। जिसके बाद उसे आनन-फानन में सेक्टर-9 अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
आपको बता दे कि सेक्टर-3 निवासी 20 वर्षीय खुशाल सिंह मरकाम ने बीते बुधवार की रात को अपने घर पहुचते ही फांसी लगा ली। खुशाल के परिजनों ने जब बेटे को फंदे पर झूलते देखा तो उसे तुरन्त सेक्टर 9 हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जहां पर उसकी हालत गम्भीर बनी हुई है। जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि जिस थाने के प्रभारी ने मारपीट की है उसी थाने में युवक की मां भी प्रधान आरक्षक है। यही वजह बताई जा रही है कि युवक को और भी शर्मिंदगी महसूस हुई है।
दोस्तो के साथ ब्रिज पर बैठकर बातें कर रहे थे
युवक की महिला साथी ने जानकारी देते हुए एक मीडिया को बताया कि बीते बुधवार को खुशाल मरकाम के साथ वो और उसका एक और साथी ब्रिज पर बैठ कर आपस मे बाते कर रहे थे।इसी दौरान भट्टी थाना प्रभारी केके कुशवाहा सहित अन्य 2 पुलिस कर्मी वहा पहुंचे और सभी पर बिना मतलब के थप्पड़ बरसाने शुरू कर दिए। इसके बाद इस घटना से क्षुब्ध होकर युवक ने घर पहुंच फांसी लगा ली। वही युवती का कहना है कि उसको और उसके एक और दोस्त को भी पुलिस वालों ने मारा है। इस घटना के बाद पुलिस का बयान भी सामने आया है, जिसका अपना तर्क है। दुर्ग के एएसपी संजय ध्रुव का कहना है कि युवक और युवती आत्महत्या का प्रयास कर रहे थे। बल्कि जिन्हें पुलिस ने बचाया है वे ब्रिज से कूदने की कोशिश में थे। इससे पहले पुलिस वहां पहुंच गई।