दुर्ग- छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पहल पर प्रदेश की महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों और कानूनों की जानकारी देकर जागरूक करने और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ यात्रा शुरू की गई है। मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ यात्रा की शुरूआत दुर्ग जिले के धमधा ब्लॉक के पेंड्रीतराई गांव से हुई।
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महतारी रथ के माध्यम से लोगों को राष्ट्रीय विधिक जागरूकता पर बनी चयनित और पुरस्कृत लघु फिल्में दिखाई गई। यह रथ गांव-गांव में भ्रमण कर महिलाओं के कानूनी प्रावधानों और उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में अवगत कराएगा। इसके लिए राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पुरस्कृत कानून संबंधी फिल्में उपलब्ध कराई गई हैं।
इनमें मुख्य रूप से भोर के किरण (टोनही प्रताड़ना), नन्ही परी (भ्रूण हत्या), कैसे कहूं ना (नशामुक्ति), ‘‘बोलते दरख्त’’ (मानव तस्करी), भंवर (साइबर क्राइम), खुशी (पास्को एक्ट, घरेलु हिंसा गुडटच, बैडटच), फुलवा (घरेलु हिंसा और नशा), ‘‘अधिकार किसका’’ (प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण, दहेज प्रताड़ना), सार्थक (बालश्रम और बंधवा मजदूरी) फिल्में शामिल हैं।
इसके साथ ही स्त्री शिक्षा, नाबालिकों का विवाह और उनका घर से भाग जाना जैसे विषयों को भी इसमें शामिल किया गया है। ग्राम पेंड्रीतराई में इस कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती पूजा और सरस्वती वंदना से की गई,काफी संख्या में महिलाएं इस कार्यक्रम में भाग लिए,कार्यक्रम की उद्देश्य पर सुपरवाइजर अनिता श्रीवास्तव ने विस्तार से पूरे सदन पर चर्चा कर बताया।
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महिलाओं को कानून और अपने अधिकारों को जानना बहुत आवश्यक है,अंध विश्वास को कैसे दूर किया जा सकता है इस पर प्रकाश डाला गया।मितानिन जमुना देवी देशलहरे द्वारा महिलाओं को प्रेरित किया गया और कानून की जानकारी के साथ अपनी व्यक्तिगत और सामाजिक सुरक्षा कैसे कर सकते इन पर बेहतर ढंग से अपनी विचार के साथ उदाहरण के माध्यम अभिव्यक्त किए।
इस कार्यक्रम में ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों, पंच,ग्राम के काफी संख्या में महिलाएं, सीडीपीओ लता चावड़ा, सुपर वाइजर अनिता श्रीवास्तव, आंगन बाड़ी कार्यकर्ता आशा देशलहरे,त्रिवेणी बंजारे,सहायिका गीता बंजारे,कुसुम भारती,शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला पेंड्रीतराई के प्रधान पाठक दीप्ति किरण तिर्की,संकुल समन्वयक सूर्यकांत हरदेल,अन्य आंगनबाड़ी के कार्यकर्ता उपस्थित रहे और सभी ने उत्साह के साथ गांव में रथ का भ्रमण कर महिलाओं को जागरूक करने का प्रयत्न किया।