दुर्ग- जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी दुर्ग ने आज 2 डॉक्टर व 1 फार्मासिस्ट पर कार्यावधि के दौरान लापरवाही बरतने को लेकर कार्यवाही करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए दो दिवस के भीतर उनसे स्पष्टीकरण मांगा है।
निरीक्षण पर पहुँचे अधिकारी तो केंद्र की स्थिति देख रह गए दंग….
जानकारी अनुसार अपको बता दे कि प्रत्येक माह के 09 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत गर्भवती माताओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है । जिसमे डॉ . सतीश कुमार मेश्राम , जिला स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अधिकारी एवं डॉ . सुगम सांवत , जिला प्रशिक्षण अधिकारी , स्थानीय कार्यालय दुर्ग के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र बघेरा का औचक निरीक्षण किया गया । जहा निरीक्षण में अधिकारियों ने देखा की जांच हेतु गर्भवती महिलाओं की लम्बी लाईन लगी थी , एवं इनके द्वारा कोविड -19 के नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था । अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि स्वास्थ्य केन्द्र में दोपहर 12.30 बजे तक कोई भी चिकित्सा अधिकारी महिलाओं के जांच हेतु उपस्थित नहीं थे , जिससे गर्भवती महिलाओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसके बाद कार्य के प्रति लापरवाही को लेकर जिला CMHO ने डॉ. माधुरी वाहने एवं डॉ. रमाकांत चौरसिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बघेरा को नोटिस जारी करते हुए इस संबंध में स्पष्टीकरण 02 दिवस के भीतर अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष उपस्थित होकर देना सुनिश्तिच करने को कहा है। साथ ही नोटिस में कहा है कि स्पष्टीकरण प्राप्त न होने एवं भविष्य में इस प्रकार की घटना की पुनर्रवृत्ति होने की दशा में उनके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी , जिसके लिए वह स्वयं जिम्मेदार होंगे।
बोरी के फार्मासिस्ट को तत्काल हटाकर किया दूसरी जगह स्थानांतरित , स्थानीय लोगो और जनप्रतिनिधियों ने की थी शिकायत….
वही दूसरी ओर CMHO द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोरी में पदस्थ फार्मासिस्ट सुरेन्द्र भारती को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि उनके विरुद्ध आम नागरिको एवं स्थानीय जनप्रतिनिधयों से शिकायत हुई है कि ये ड्यूटी अवधी में शराब के नशे में रहते है तथा गर्भवती महिलाओं व अन्य मरीजों तथा जनप्रतिनिधियों से हमेशा दुर्व्यवहार किया जाता है । सुरेन्द्र भारती फार्मासिस्ट सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोरी के द्वारा गर्भवती महिलाओं व अन्य मरीजों तथा जनप्रतिनिधियों से किया गया दुर्व्यवहार सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के विपरीत है । क्यों ना ऐसे शासकीय सेवक के विरूद्ध कई अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये । इस संबन्ध में सुरेन्द्र भारती फार्मासिस्ट बोरी अपना स्पष्टीकरण उचित माध्यम से पत्र प्राप्ति को दो दिवस को भीतर अधोहस्ताक्षरकर्ता के समक्ष खत उपस्थित होकर देना सुनिश्चित करे । समयावधि में उपस्थित नहीं होने पर तथा स्पष्टीकरण संतोषजनक नही होने पर आपके विरुद्ध कड़े अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी । नोटिस के साथ ही फार्मासिस्ट को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोरी से तत्काल हटाकर प्राथगिक स्वास्थ्य केन्द्र दारगाँव , विकास खण्ड धमधा शिफ्ट कर दिया है।