दुर्ग- जामुल थाना क्षेत्र अंतर्गत स्थित आम्रपाली अपार्टमेंट के पीछे गड्ढे में बारिश से हुए जलभराव में डूबकर 9 साल के एक बच्चे की मौत हो गई । आपको बता दे कि कुछ लोगों ने यहां लापरवाही पूर्वक तरीके से जेसीबी से 10-12 फीट गहरा गड्ढा कर मिट्टी निकाल कर छोड़ दिया गया था , जिसमे पानी भर गया था ।
इसी गड्ढे के पास खेलने पहुंचा मासूम युवराज इस गड्ढे को समझ नहीं पाया और उसमें डूब गया । वही इसके बाद परिजनों और वार्ड पार्षद ने इस घटना के लिए निगम प्रशासन को जिम्मेवार बताया है । वही अब बच्चे की मौत को लेकर पार्षद व क्षेत्र वासी प्रदर्शन भी करने वाले हैं ।
दरअसल आम्रपाली पीएम आवास ब्लॉक 11 मकान नंबर 7 में रहने वाले परशुराम दुर्गा ने मीडिया से बताया कि वह विष्णु कैमिकल में काम पर जाता है । उनकी संतान में उसके दो बेटे और दो बेटी हैं । जिस बच्चे की डूबने से मौत हुई वह युवराज उर्फ बूटी उनका सबसे छोटा बेटा था ।
शुक्रवार को शाम के समय वह घर मे बिना किसी को कुछ बताए अपने कुछ दोस्तों के साथ आम्रपाली अपार्टमेंट के पीछे बारिश के पानी में खेलने के लिए चला गया था । आगे बताया कि शाम करीब 6 बजे मोहल्ले के ही एक लड़के ने आकर बोला की अंकल बूटी पानी में डूब गया है । जिसके बाद घर के सभी लोग तुरंत घटना वाले क्षेत्र में पहुंचे । वहा जाकर उन्होंने देखा कि वहां खाली मैदान में घुटनों तक पानी भरा है । फिर वह लोग युवराज को खोजते हुए जैसे ही कुछ आगे बढ़े तो कुछ दूर आगे जाकर अचानक 10 फीट से ज्यादा गहरा गड्ढा आ गया । इसके बाद मोहल्ले के लोगों ने जैसे तैसे उस गड्ढे में डुबकी लगाकर युवराज को खोजा और बाहर निकाला बाहर निकालते ही उसे तुरंत उपचार के लिए नजदीकी बीएम शाह हॉस्पिटल में ले जाया गया , जहां पर डॉक्टरों ने युवराज को मृत घोषित कर दिया ।
भाजपा नेता व पार्षद ने नगर निगम पर लगाया लापरवाही का आरोप
भाजपा नेता व पार्षद पीयुष मिश्रा ने बच्चे की मौत के लिए भिलाई निगम प्रबंधन को जिम्मेदार बताया है । पार्षद का कहना है कि आम्रपाली अपार्टमेंट की भूमि शुरू से विवादित भूमि रही है। सुप्रीम कोर्ट से रोक लगने और बिल्डर्स के फरार होने व जेल जाने के बाद नगर निगम ने इसे अपने कब्जे में लिया है । इसके बाद भी कई भू – माफिया व आपराधिक तत्व यहां जबरदस्ती निर्माण कार्य और बेजा कब्जा करने में लगे हैं । ऐसे कब्जे करने वालो के द्वारा ही यहां जेसीबी से लापरवाही पूर्वक गड्ढा किया गया है । वही निगम प्रबंधन सब जानते हुए भी इस पर रोक नहीं लगा पा रहा है । इसी लापरवाही और अनदेखी की भेंट 9 साल का मासूम बच्चा चढ़ गया है ।