राजस्थान- राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल साहू के साथ हुई तालिबानी बर्बरता एवं हत्याकांड में वहा के पुलिस द्वारा लापरवाही बरतने के आरोप लग रहे हैं । कन्हैया के परिवार वालो ने कहा कि अगर पुलिस समय रहते कन्हैया की शिकायत पर कार्रवाई करती तो आज उन्हें यह दिन नहीं देखना पड़ता ।भाजपा की पूर्व नेत्री नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया में पोस्ट करने के बाद से ही कन्हैया को जान से मार देने की धमकियां मिल रही थीं । जिस कारण से कन्हैयालाल को आशंका थी कि उसकी हत्या हो जाएगी । वही लोग सोशल मीडिया पर कह रहे थे- इसे जान से मार दो । इन धमकियों के डर से ही उसने पुलिस प्रशासन से मदद मांगी थी । उसने इस संबंध में 15 जून को धानमंडी थाने में शिकायत करि थी । इन धमकियों के डर से कन्हैयालाल ने 6 दिन तक अपनी दुकान भी नहीं खोली थी । उधर , पुलिस का दावा है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत के बाद सहमति बन गई थी ।
जानिए कैसे कन्हैयालाल के साथ शुरू हुआ विवाद
दरअसल कन्हैयालाल के साथ इस विवाद की शुरुआत एक प्रोफाइल पिक्चर को लेकर हुई थी । जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि कन्हैयालाल ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की फ़ोटो अपने प्रोफइल में लगा रखी थी । जिस कारण से उसे जान से मारने की धमकियां मिलने लगीं थी ।
जिसके संबंध में पुलिस को 15 जून को दी गई अपनी शिकायत में कन्हैयालाल ने बताया था , की ” करीब 6 दिन पहले मेरे बेटे से मोबाइल पर गेम खेलते हुए कुछ आपत्तिजनक पोस्ट हो गया था । जिसकी जानकारी मुझे नहीं थी । लेकिन पोस्ट के दो दिन बाद दो लोग मेरी दुकान पर आए । और मोबाइल की मांग की । बोले- आपके मोबाइल से आपत्तिजनक पोस्ट डाली गई है । मैंने कहा कि मुझे मोबाइल चलाना नहीं आता है । मोबाइल से मेरा बच्चा गेम खेलता है । उसी से हो गया होगा । इसके बाद उनके द्वारा पोस्ट भी डिलीट कर दी गई थी । उन लोगों ने कहा कि आइंदा से ऐसा मत करना ।
कन्हैया ने शिकायत में बताया कि ‘ 11 जून को मुझे धानमंडी थाने से फोन आया । कहा- आपके खिलाफ एक – रिपोर्ट दर्ज हुई है । आप थाने आ जाओ । जब में थाने गया तो पता चला कि रिपोर्ट पड़ोसी नाजिम ने ही दर्ज करवाई थी । उसने कहा कि रिपोर्ट समाज के दवाब में की है । मुझे पता है कि आपको मोबाइल चलाना नहीं आता ।
कन्हैयालाल के दिए आवेदन के मुताबिक , पुलिस के समझौता कराने के बाद शिकायत करने वाले पड़ोसी नाजिम के साथ अन्य पांच लोग उसकी दुकान की रेकी कर रहे थे । उसे दुकान नहीं खोलने दे रहे थे । ऐसे में उसे आशंका थी कि दुकान खुलते ही वे लोग उसे मारने की कोशिश करेंगे । वे लोग लगातार धमकी दे रहे थे कि यह व्यक्ति कहीं दिखे तो इसे जान से मार दो । चूंकि नाजिम और उसके साथ के 4 से 5 लोगो द्वारा मेरा नाम व फोटो ग्रुप में वायरल कर दिया है और सबको कह दिया है कि यह व्यक्ति जहा भी दिखे इसे जान से मार दो। मुझ पर दुकान नही खोलने का दबाव बनाया जा रहा है अगर दुकान खोली जाएगी तो मेरी जान चली जायेगी। ऐसा लिखित में मृतक कन्हैयालाल ने पुलिस में शिकायत करि थी।
कन्हैयालाल को लगातार मिलती रही धमकियां , पुलिस बोली समझौता हो गया है नजरअंदाज करो
धानमंडी पुलिस थाने के ASI भंवरलाल की मौजूदगी में दोनों पक्षों में समझौता कराया गया था । जिस पर कन्हैयालाल ने भी लिखकर दिया था कि 5 लोगों की शिकायत के बाद मुझे गिरफ्तार किया गया । अब मेरी इन लोगों से बातचीत के बाद समझौता हो गया है । मैं किसी भी प्रकार की कानूनी कार्रवाई नहीं चाहता हूं । इस समझौता पत्र में 5 लोगों के मोबाइल नंबर दर्ज किए गए । समझौता होने के बावजूद कन्हैया को लगातार वाट्सऐप कॉल के जरिए धमकियां मिलती रहीं , उसकी भी थाने में शिकायत करी गई । इस पर वहा के ASI ने कोई ध्यान नहीं दिया । पुलिस ने कहा- ‘ समझौता हो गया है , अपना ध्यान रखो , कुछ लगे तो बता देना । वहीं अब इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में ASI भंवरलाल को मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया है । वही इस मामले में एक और पुलिसकर्मी की भूमिका की जांच की जा रही है ।
समझौते में शामिल लोगों से पूछताछ करेगी पुलिस
वही ADG लॉ एंड ऑर्डर हवा सिंह घुमरिया ने कहा है कि पुलिस द्वारा दोनों पक्षों को बुलाकर मामले में बातचीत करवाई थी । वही दोनों पक्षों से आश्वासन मिलने के बाद समझौता करा दिया गया था । घुमरिया ने कहा कि अब पुलिस उन सभी लोगों को वापस बुलाकर पूछताछ करेगी , जिनके सामने समझौता हुआ था कि जब बात हो गई थी तो ऐसी घटना क्यों घटी।
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