सफ़रनामा:-छत्तीसगढ़ के बस्तर की खूबसूरती (Beauty of Bastar) किसी जन्नत से कम नहीं है……फैमिली के साथ घूमने की प्लानिंग कर रहे है तो जरूर देखे…।

Cgstatetimes.com सफ़रनामा स्पेशल में आज आपके लिए लेकर आये है छत्तीसगढ़ के एक खूबसूरत जिले बस्तर के कुछ दार्शनिक स्थल।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) एक बहुत ही सुन्दर राज्य है यहाँ की संस्कृति ,सभ्यता जरा हटके है , वैसे तो राज्य में घूमने के लिए बहुत से दार्शनिक स्थल है जहाँ आप घूम सकते है लेकिन जब बात बरसात की हो तो मन हमेशा हरे भरे प्राकृतिक दृश्यों के लिए ही ज्यादा आकर्षित रहता है , इन दृश्यों को देखकर मन को बहुत ही शांति मिलती है साथ ही प्रकृति की खूबसूरती को महसूस करने का भी मौका मिलता है । बरसात में जलप्रपातों को देखने का भी अपना एक अलग ही आनंद है , छत्तीसगढ़ के बस्तर में कुछ ऐसे दार्शनिक स्थल है जहाँ आप अपनी फैमिली के साथ घूमने जा सकते है आइये आपको बताते है छत्तीसगढ़ के बस्तर के कुछ दार्शनिक स्थलों के बारे में ….

छत्तीसगढ़ के बस्तर में स्थित दार्शनिक

1.चित्रकूट जलप्रपात- ( Bastar Chutrakut waterfall) बस्तर की बात हो तो सबसे पहले चित्रकूट जलप्रपात ही नज़र आता है , चित्रकूट जलप्रपात छत्तीसगढ़ राज्य के बस्तर जिले में स्थित एक बहुत ही सुन्दर जलप्रपात है जो इंद्रावती नदी पर स्थित है, इसकी ऊंचाई 30 मीटर (90 फ़ीट है ) , बरसात के दिनों में झरने का पानी लाल रंग और वही गर्मी के दिनों में यह पानी चांदनी रात में सफ़ेद रंग का दिखाई देता है , ऐसा कहा जाता है की पहले हिरणो के झुण्ड इस खूबसूरत हरे भरे क्षेत्र में बसे हुए थे जिस कारण इसका यह नाम पड़ा ( हल्बी बोली में हिरन को चितर बोला जाता है ) . यह झरना इंद्रावती नदी पर स्थित है और 100 फ़ीट निचे गिरता है । जगदलपुर से चित्रकूट जलप्रपात की दूरी लगभग 40 किलोमीटर है और राजधानी रायपुर से इसकी दूरी 273 किलोमीटर है .। यह छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा जलभराव वाला जलप्रपात है , इस जलप्रपात को भारत का निआग्रा फॉल भी कहा जाता है , आसपास का वातावरण हराभरा और बहुत ही सुन्दर है यह लोगो का बहुत ही पसंदीदा पिकनिक स्पॉट भी है।

बस्तर का प्रसिद्ध चित्रकूट जलप्रपात

कैसे पहुंचे?

हवाई मार्ग , रेल मार्ग और सड़क मार्ग के जरिये यहाँ आसानी से पंहुचा जा सकता हैं। बस्तर का अपना एक हवाई अड्डा भी जहाँ से कुछ उड़ाने संचालित होती हैं , सबसे निकटतम हवाईअड्डा रायपुर (Raipur) हैं । जगदलपुर रेलवे (Jagadalapur) विशाखापत्तनम और रायपुर से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। रेल मार्ग से पहुंचने के लिए वर्तमान में विशाखापत्तनम-किरंदुल पैसेंजर (58501), दुर्ग-जगदलपुर एक्सप्रेस (18211), हावड़ा-कोरापुट एक्सप्रेस (1805), हीराखंड एक्सप्रेस (18448) और विशाखापत्तनम-जगदलपुर (नाइट एक्सप्रेस) जगदलपुर से चलती हैं जिनके जरिये भी यहाँ पंहुचा जा सकता हैं । सड़क मार्ग से पहुंचने के लिए बहुत सी बस सेवाएं हैं जो बस्तर ( जगदलपुर ) से आती जाती हैं इनमे स्लीपर और एक्सप्रेस बस सेवाएं दोनों शामिल हैं , राष्ट्रीय राजमार्ग NH30 के जरिये यहाँ पंहुचा जा सकता हैं ।

2. कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान – (Kanger ghati national park) कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान का नाम कांगेर नदी से प्राप्त हुआ है , कांगेर घाटी लगभग 200 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है , 1982 में कांगेर घाटी को राष्ट्रीय उद्यान की मान्यता प्राप्त हुई थी । कांगेर घाटी में बहुत ही सुन्दर ऊँचे पहाड़ ,घूबसूरत गहरी घाटिया , विशालकाय पेड़ और मौसमी जंगली फूल देखने को मिलते है, विभिन्न प्रकार की वन्यजीवन प्रजातियों के लिए यह बहुत ही अनुकूल जगह है ।

कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान।

(फ़ोटो- bastar.gov.in)

यहाँ पर आपको सबसे लोकप्रिय प्रजाति देखने को मिलेगी जो है बस्तर की मैना , बस्तर मैना छत्तीसगढ़ की राजकीय पक्षी है , यह एक प्रकार की हिल माइन है जो मनुष्य की आवाज़ निकालने में सक्षम है। यहाँ के जंगल में प्रवासी और निवासी दोनों तरह के पक्षियों का बसेरा है । कांगेर घाटी में आपको तीन गुफाये भी देखने को मिलेंगी जो की अपने आश्चर्यजनक भूगर्भीय आकार के लिए प्रसिद्ध है । इसके साथ ही तीरथगढ़ झरना भी यही स्थित है , आप यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता को जिप्सी सफारी के जरिये भी एक्स्प्लोर कर सकते है।

कैसे पहुचे – यहाँ पर आप हवाई मार्ग , रेल मार्ग और सड़क मार्ग तीनो जरियो से पहुंच सकते है।

3. तीरथगढ जलप्रपात – (Tirathgarh water fall) तीरथगढ़ जलप्रपात जगदलपुर से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है , यह झरना बहुत ही सुन्दर है और मुनगाबहार नदी पर स्थित है इस जलप्रपात का पानी चंद्राकार रूप से बनी पहाड़ी से 300 फ़ीट निचे सीढ़ी जैसी बानी प्राकृतिक सरंचनाओं पर गिरता है, जो देखने में बहुत ही मनमोहक है आपको यह जलप्रपात बहुत ही पसंद आएगा।

तीरथगढ़ जलप्रपात।

(फ़ोटो-bastar.gov.in)

यहाँ पर आप हवाई मार्ग , रेल मार्ग और सड़क मार्ग तीनो जरियो से पहुंच सकते है।

4- कैलाश एवं कुटुम्ब्सर गुफा – (kailash Gufa and Kutumbsar Gufa) कांगेर वैली नेशनल पार्क में तीन गुफाये स्थित है कैलाश गुफा , कुटुम्ब्सर गुफा अवं दण्डक गुफा , कैलाश गुफा यहाँ की सबसे पुरानी गुफा है , जिसकी खोज 22 मार्च 1993 में की गयी थी इस गुफा में चुना पत्थर के गठन है जो बहुत ही सुन्दर दिखते है गुफा की लम्बाई 120 फ़ीट गहराई के साथ 1000 फ़ीट ज्ञात है। चुना पत्थर की सरंचनाओं के कारण यहाँ कैलाश की भी आकृति दिखती है जिसे लोग पूजते भी है।

कैलाश गुफा।

(फ़ोटो- bastar.gov.in )

कुटुम्ब्सर गुफा (kutumbasar gufa) को पहले गोपांसर गुफा (गोपन = छुपा) नाम दिया गया था, लेकिन यह कोटसर नाम से ज्यादा लोकप्रिय है क्योंकि गुफा कोटसर गाँव के पास स्थित है , यह एक चुना पत्थर की गुफा है , यह गुफा एडवेंचर पसंद करने वालो को जरूर पसंद आएगी।

कुटुम्बसर गुफा।

(फ़ोटो- bastar.gov.in)

यहाँ पर आप हवाई मार्ग , रेल मार्ग और सड़क मार्ग तीनो जरियो से पहुंच सकते है।

5-तामड़ा घुमर – (tamdaghumar waterfall) बस्तर अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है , यहाँ बहुत ही सुन्दर प्राकृतिक झरने है जिनको देखने दूर-दूर से लोग आते है तामड़ा घूमर जलप्रपात मारडूम के पास चित्रकूट के रास्ते पर पड़ता है यह एक बारहमासी झरना है , यह झरना इंद्रावती नदी पर स्थित है यहाँ का पानी 100 फ़ीट निचे गिरकर बहता है , इस झरने के आसपास का माहौल बहुत ही शांतिप्रिय है, आपको यहाँ पर मोर भी देखने को मिल सकते है मोर की मौजूदगी के कारण इसे मयूर घूमर भी कहा जाता है।

तामड़ा घूमर।

(फ़ोटो- bastar.gov.in)

यहाँ पर आप हवाई मार्ग , रेल मार्ग और सड़क मार्ग तीनो जरियो से पहुंच सकते है,

यह बस्तर के कुछ बहुत ही लोकप्रिय स्थान है इसके साथ ही आप मेन्द्री घूमर जलप्रपात , चित्रधारा जलप्रपात , एवं नारायणपाल मंदिर भी घूम सकते है जो इसी क्षेत्र के आस पास के दायरे में स्थित है।

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