देश – भारतीय सेना में भर्ती कस लिए सरकार द्वारा जारी नई स्कीम ‘अग्निपथ योजना’ के खिलाफ युवाओं को हिंसा के लिए भड़काने के मामले में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक प्रारंभिक जांच पड़ताल में पता चला है कि गिरफ्तार लोगों का पॉलिटिकल कनेक्शन है।
जानकारी अनुसार इनमें से दो युवक अलग-अलग पार्टी के पदाधिकारी हैं और बाकी लोग भी मेंबर्स हैं।
सहारनपुर की रामपुर मनिहारान पुलिस के मुताबिक , कुल 5 लोगों को अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं को भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया और ये सभी सेना के फर्जी अभ्यर्थी बनकर युवकों को अग्निपथ योजना के खिलाफ भड़का रहे थे।
जांच में सामने आया पॉलिटिकल कनेक्शन – पुलिस
मनिहारान पुलिस ने बताया कि जांच पड़ताल में ये सामने आया है कि ये 5 आरोपी किसी राजनीतिक दल के मेंबर हैं। फिलहाल, अभी पुलिस इन पांचो आरोपियों से सख्ती से पूछताछ कर रही है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में पराग, मोहित, सौरभ, उदय और एक अन्य शामिल है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक युवक पराग पवार जो अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्टूडेंट विंग NSUI का जिला अध्यक्ष है। वहीं एक अन्य युवक जिसका नाम संदीप चौधरी है जो एक समाजवादी पार्टी का जिला पंचायत सदस्य रह चुका है। इन सभी 5 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है और इन्हें जेल भेजने की तैयारी है।
वहीं, नेशनल स्डूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा है कि सहारनपुर में हमारे सदस्यों के खिलाफ अग्निपथ योजना के खिलाफ शांतिपूर्ण धरना आयोजित करने पर जबरदस्ती गिरफ्तार किया गया है। और उनके खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है। कुंदन ने कहा कि पहले दिन से NSUI ने अग्निपथ योजना का विरोध कर रही है। पूरे देश में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन कर रहे है। BJP नेताओ के निर्देश पर हमारे कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। सहारनपुर में हमारे कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी केस दर्ज किया गया जिसका कोई आधार ही नहीं है। हमारे NSUI कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे। और हम विरोध के दौरान किसी भी तरह की हिंसा के खिलाफ हैं।
जानिए क्या है अग्निवीर योजना
देश की तीनों प्रमुख सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार ने हाल ही में अग्निपथ योजना का ऐलान किया था। सेना में इस अग्निपथ योजना के तहत चार वर्षो के लिए अग्निवीरों की भर्ती की जानी है। इस योजना के मुताबिक चार साल की सेवा पूरी करने के बाद 75 फीसदी अग्निवीरों को सेवा निधि देकर सेवा से मुक्त कर दिया जाएगा। बस चार साल की सेवा के बाद अग्निवीर क्या करेंगे , ये इस योजना के ऐलान के दिन से ही बड़ा सवाल बना हुआ है। जिसके बाद यूपी समेत कई राज्य ने भी भर्तियों में अग्निवीरों को प्राथमिकता देने का ऐलान कर चुके हैं।